---विज्ञापन---

विजया राहटकर कौन? एसिड अटैक पीड़िताओं के लिए किया काम, अब मिली राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष की जिम्मेदारी

Vijay Rahatkar: विजया राहटकर को राष्ट्रीय महिला आयोग की नई अध्यक्ष चुना गया है। विजया इससे पहले कई सामाजिक कार्यों से जुड़ी रही हैं। उन्हें कई सम्मान भी मिल चुके हैं। महिला सशक्तीकरण सहित कई सामाजिक कार्यों में उनका योगदान रहा है। उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Oct 19, 2024 17:30
Share :
Vijay Rahatkar

Maharashtra News: विजया राहटकर को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। इस पद को संभालने वाली वे 9वीं महिला हैं। इससे पहले विजया के पास महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष की जिम्मेदारी थी। राहटकर एसिड अटैक पीड़ित महिलाओं के लिए सक्षमा नामक टीम बना चुकी हैं। वहीं, महिलाओं के लिए 24×7 शुरू की गई सुहिता नाम की हेल्पलाइन सेवा के साथ भी वे जुड़ी रही हैं। उन्हें महिला सशक्तीकरण में योगदान के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं। अब उनको राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की कमान सौंपी गई है। बता दें कि महिला आयोग को संवैधानिक निकाय माना जाता है। जो महिला अधिकारों की रक्षा और उत्थान के लिए काम करता है।

5 साल महाराष्ट्र में दे चुकीं सेवाएं

यह आयोग महिलाओं के लिए कानूनी सुरक्षा उपायों की समीक्षा भी करता है। राहटकर को महिलाओं के लिए किए गए कार्यों के लिए नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। विजया ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर महिलाओं के लिए काम किए हैं। वे 2016 से 2021 तक महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की चेयरमैन रही हैं। वे एसिड अटैक पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए सक्षमा नामक स्वयं सहायता ग्रुप बना चुकी हैं। इस ग्रुप ने केंद्र सरकार की प्रज्वला योजना के साथ महिलाओं को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें:बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए क्यों हायर किए बाहर के शूटर? सामने आई ये वजह

वहीं, विजया सुहिता जैसी अग्रणी संस्थाओं के साथ भी काम कर चुकी हैं। विजया ने पॉक्सो और तीन तलाक संबंधी मुद्दों को लेकर भी महिलाओं के हित में काम किया है। मानव तस्करी के खिलाफ भी विजया का योगदान अहम रहा है। वे बेटियों के लिए डिजिटल साक्षरता जैसी मुहिम भी चला चुकी हैं। वहीं, महिलाओं के संदर्भ में उन्होंने साद नामक एक पब्लिकेशन भी शुरू किया था। इसके अलावा विजया 2007 से 2010 तक चैत्रपाती संभाजीनगर की मेयर का कामकाज भी देख चुकी हैं।

---विज्ञापन---

महिलाओं को लेकर लिख चुकीं किताबें

विजया ने कई स्टडी और बुनियादी ढांचे से संबंधित विकास प्रोजेक्टों को लेकर काम किया है। राहटकर पुणे यूनिवर्सिटी से पासआउट हैं। वे फिजिक्स में ग्रेजुएशन और हिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री ले चुकी हैं। उन्होंने महिलाओं के विकास को लेकर कई बुक्स लिखी हैं। वे महिलाओं के कानूनी मुद्दों को लेकर ‘विधिलिखित’ और ‘औरंगाबाद: लीडिंग टू वाइड रोड्स’ बुक्स लिख चुकी हैं। इन किताबों की वजह से उनको राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली थी। वहीं, विजया को राष्ट्रीय कानून पुरस्कार और राष्ट्रीय साहित्य परिषद से सावित्रीबाई फुले पुरस्कार भी मिल चुका है।

यह भी पढ़ें:क्लास में छात्र की पीट-पीटकर हत्या, स्कूल में वर्चस्व की जंग में दो गुट भिड़े; मुजफ्फरपुर का वीडियो वायरल

HISTORY

Written By

Parmod chaudhary

First published on: Oct 19, 2024 05:30 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें