Vegetables Price Hike September Month : बढ़ती महंगाई के बीच जहां टमाटर के दामों में कमी आई है तो अन्य दूसरी सब्जियों ने आंख दिखाना शुरू कर दिया है। आलम यह है कि दिल्ली-एनसीआर समेत देश के ज्यादातर राज्यों/शहरों में अधिकतर सब्जियों के दाम आसमान को छू रहे हैं। इसके चलते लोगों के किचन का बजट एक बार फिर बिगड़ने लगा है। बता दें कि कभी 250 रुपये में बिकने वाला टमाटर अब 40 किलोग्राम प्रति किलो पर आ गया है।
देश की सबसे बड़ी मंडी में शुमार दिल्ली की आजापुर मंडी की बात करें तो यहां के सब्जी कारोबारियों का कहना है कि यह सीजनल है, लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही दिक्कत हो रही है। कारोबारियों की मानें तो पत्ता गोभी के अलावा फूल गोभी की मांग भी इन दिनों बढ़ी है। यह अलग बात है कि इनकी कीमत फिलहाल सामान्य वर्ग के लिहाज से बहुत ज्यादा है।
फूल गोभी सब्जी के बाजार में फिलहाल 100 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रही है, जबकि पत्ता गोभी की कीमत तुलनात्मक रूप से कम है। गोभी दरअसल सर्दियों की सब्जी है, ऐसे में आवक कम होने से इसके दाम बहुत ज्यादा है। आवक बढ़ने के साथ इसके दाम में कमी आने के आसार हैं।
प्याज भी निकाल सकता है आंसू
जानकारों की मानें तो जो प्याज फिलहाल 35-40 रुपये प्रतिकिलो मिली रहा है वह आगामी कुछ सप्ताह में 60-70 रुपये किलो तक जा सकता है। बता दें कि केंद्र सरकार ने प्याज की कमी के मद्देनजर इसके निर्यात पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगा दिया है, बावजूद इसके प्याज के दाम नहीं कम हो रहा है।
ग्वार की फली समेत अन्य सब्जियों के दाम काबू में
बताया जा रहा है कि देशभर की मंडियों में बीन्स, पालके साथ ही मेथी की पत्नी की सब्जी की कमी है। इस लिहाजा से मांग नहीं बढ़ी है, जबकि ग्वार की फली को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इनके दाम भी बड़ सकते हैं। हरी और लाल मिर्च के साथ धनिया के दाम भी कम हुई है, लेकिन इससे आम घरों के किचन पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है। उधर, सब्जी कारोबारियों का कहना है कि नई फसल का आवक शुरू होते ही इसमें तेजी से कमी आएगी और आम जनता को इसका फायदा होगा।