Uttarkashi tunnel collapse Latest Update: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 12 नवंबर को दिवाली की सुबह 4 बजे एक निर्माणाधीन टनल धंस गई थी। जिसमें 40 मजदूर फंस गए। ये मजदूर पिछले 100 घंटे से ज्यादा समय से मलबे के उस पार फंसे हुए हैं। बता दें कि यह टनल चारधाम प्रोजेक्ट के तहत सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है। फंसे हुए मजदूर बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा के बताए जा रहे हैं। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए 200 से ज्यादा लोगों की टीम 24 घंटे से काम कर रही है।
इस बीच पूर्व सेना प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह मौके पर पहुंचे और मजदूरों से बात कर उनका हौसला बढ़ाया। दिल्ली से लाई ड्रिलिंग मशीन को इंस्टॉल कर दिया गया है, जो हर घंटे पांच मीटर तक ड्रिल कर सकती है। मजदूर इस समय 260 मीटर अंदर फंसे हुए हैं।
#WATCH | Uttarkashi Tunnel Accident | Col. Deepak Patil says, "Union Minister (General VK Singh (Retd)) came here, and he talked to the labourers. He assured them, and those labourers responded, they liked it…" pic.twitter.com/8hpkXtI59M
— ANI (@ANI) November 16, 2023
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जानें हादसे से जुड़े बड़े अपडेट
- इस रेस्क्यू ऑपरेशन की माॅनिटरिंग पीएमओ स्वयं कर रहा है। फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए सेना ने हैवी ड्रिलिंग मशीन मंगाई है। सेना का मालवाहक विमान हरक्यूलिस बुधवार को मशीन लेकर चिन्यालीसौर हैलीपेड पहुंचा। फिलहाल मशीन सिक्यलारा लाई जा चुकी है।
- इससे पहले 14 नवंबर को स्टील पाइप के जरिए मजदूरों को निकालने की प्रोसेस शुरू की गई थी। हालांकि इसमें सफलता नहीं मिल सकी। इस बीच बचाव अभियान में जुटे अफसरों ने थाइलैंड की कंपनी से भी मदद मांगी है इस कंपनी ने 2018 में थाइलैंड की एक गुफा में फंसे फुटबाल टीम के 12 बच्चों को 14 दिनों के बाद सुरक्षित निकाला था।
- दिवाली के 2 दिन बाद तक मलबा 6 बार धंस चुका है और इसका दायरा 60 मीटर से बढ़कर 70 मीटर हो चुका है। पहले जो मशीन लाई गई थी वह 45 मीटर तक ही काम कर सकती थी इसलिए अब और बड़ी मशीन मंगवाई गई है।
- बुधवार सुबह टनल के बाहर कुछ मजदूर रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी के कारण पुलिस भिड़ पड़े। मजदूरों की मांग थी कि प्रशासन उन्हें टनल के अंदर जाने दे ताकि वे अपने फंसे हुए साथियों को निकाल सके।
- राज्य आपदा विभाग की मानें तो टनल के अंदर झारखंड के 15, ओडिशा के 5, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, हिमाचल प्रदेश का 1 और यूपी के 8 मजदूर फंसे हैं। बचाव कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम पुष्कर धामी ने बताया कि सभी मजदूर सुरक्षित हैं उनसे संपर्क किया जा रहा है। आवश्यक दवाएं और खाना-पानी पहुंचाया जा रहा है।
- फंसे हुए मजदूरों में से एक गब्बर सिंह नेगी के बेटे को कुछ सैकंड के लिए पिता से बात करने की अनुमति दी गई है। आकाश ने न्यूज एजेंसी को बताया कि मेरे पिता ने चिंता नहीं करने को कहा है उन्होंने कहा वे सुरक्षित हैं।
- इधर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की जांच के लिए 6 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। इसके अलावा हादसे और बचाव ऑपरेशन से जुड़ा पल-पल का अपडेट पीएम मोदी और गृह मंत्रालय भी ले रहे हैं।
- इस बीच उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएस पंवार ने बताया कि 98 घंटे से अधिक समय से मलबे में दबे होने के कारण मजदूरों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने मामूली सिरदर्द और मतली की शिकायत की है उन्होंने बताया कि मजदूरों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दवाएं, मल्टीविटामिन, ग्लूकोज और सूखे फल अंदर भेजे गए हैं।
Uttarkashi Tunnel Collapse Updates:
दीपावली के दिन उत्तरकाशी में बड़ा हादसा हुआ। चारधाम परियोजना के तहत निर्माणाधीन सिलक्यारा-पोल गांव सुरंग में पिछले 50 घंटे से अधिक समय से 40 श्रमिकों की जिंदगी कैद है। इन श्रमिकों को निकालने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
1सिल्क्यारा… pic.twitter.com/rAw4uQBtDn
— ऋषि हिंदुस्तानी 1.0 (@rishigeorgian) November 14, 2023