तेलंगाना में विधानसभा चुनावों को लेकर आए एग्जिट पोल के परिणामों ने एक ओर जहां कांग्रेस को राहत की सांस दी है तो चंद्र शेखर राव यानी केसीआर के लिए संकट का संकेत दिया है। News24-TodaysChanakya के एग्जिट पोल में जहां कांग्रेस के खाते में 71 सीटें आने के आसार जताए गए हैं वहीं केसीआर की बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) को 33 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है।
119 विधानसभा सीटों वाले तेलंगाना में बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए 61 सीटों की जरूरत होती है। ऐसे में लग रहा है कि देश का सबसे युवा राज्य इस बार बड़ी राजनीतिक उलटफेर कर सकता है। यहां की राजनीति में केसीआर का लंबे समय से दबदबा रहा है। लेकिन कांग्रेस ने इस बार राज्य में अपनी स्थिति सफलतापूर्वक बदली है।
साल 2018 में हुए एक सर्वे में तेलंगाना के मतदाताओं से सवाल किया गया था कि वह किस आधार पर वोट डालते हैं। इसमें से 42 प्रतिशत ने स्थानीय प्रत्याशी और 26 प्रतिशत ने राजनीतिक दल को प्रमुख कारण बताया था। वहीं मुख्यमंत्री को देखकर मतदान करने वाले लोग महज 20 प्रतिशत थे। एग्जिट पोल के इस बार के आंकड़े इशारा कर रहे हैं कि राज्य में यह रुख और बढ़ा है।
जनता के बीच बढ़ा केसीआर को लेकर गुस्सा
दरअसल यह बात तो पहले ही साफ हो गई थी कि राज्य में जनता के बीच केसीआर को लेकर गुस्सा बढ़ रहा था। इस बात को इस बार के एग्जिट पोल ने और स्पष्ट कर दिया है। कांग्रेस के आक्रामक प्रचार अभियान ने भी केसीआर के लिए संकट खड़ा किया है। इसके अलावा कांग्रेस ने विभिन्न वर्गों के नेताओं को बढ़ावा देकर केसीआर पर लग रहे वंशवादी व सामंतवादी शासन बनाने के आरोपों का फायदा भी उठाया है।
हर वर्ग के लिए कांग्रेस पार्टी ने किए बड़े वादे
कांग्रेस पार्टी ने भी इस चुनाव में जनता को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी और लगभग हर वर्ग के लिए घोषणाएं कीं। पार्टी ने राज्य की जनता के लिए छह गारंटियों का एलान किया था। इनमें महालक्ष्मी गारंटी के तहत महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का प्रावधान, 500 रुपये में गैस सिलिंडर और आरटीसी की बसों में मुफ्त यात्रा देने का वादा किया गया है।
पार्टी ने किसानों को लुभाने की भी पूरी कोशिश करने के साथ 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा भी किया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने तेलंगाना आंदोलन में शामिल होने वाले लोगों को 250 वर्ग गज का प्लॉट देने का वादा भी किया है। कांग्रेस ने राज्य के युवाओं के लिए विद्या भरोसा कार्ड का और वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन का वादा करके आकर्षित करने की भी पूरी कोशिश की है।
रायथु भरोसा योजना के तहत कांग्रेस ने किसानों को प्रति एकड़ 15,000 रुपये की मदद का भरोसा दिया है। वहीं कृषक मजदूरों के लिए भी 12,000 रुपये की सहायता की घोषणा भी की गई है। इसके अलावा धान की फसल के लिए 500 रुपये के बोनस का वादा भी किया है। मुख्य बात यह है कि कांग्रेस की योजना में किराये पर खेती करने वाले किसान और कृषि मजदूरों को भी शामिल किया गया है जो केसीआर की रायथु बंधु योजना में शामिल ही नहीं हैं।