नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तमिलनाडु के बिजली और आबकारी मंत्री वी सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार किया। मंत्री को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत नकदी के लिए नौकरी घोटाले में पूछताछ के एक लंबे सत्र के बाद गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के कुछ घंटों के बाद ही सेंथिल बालाजी की तबीयत खराब हो गई। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब डॉक्टरों ने बताया है कि उनके हर्ट में ब्लॉकेज है और सर्जरी की दरकार है।
गिरफ्तारी के बाद किया सीने में दर्द की शिकायत
ईडी ने ठीक 24 घंटे पहले आबकारी मंत्री वी सेंथिल बालाजी आवास पर छापेमारी शुरू की थी। मंत्री घर पर मौजूद थे। लगभग रात 1:30 बजे, जब मंत्री को सूचित किया गया कि उन्हें जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी से घंटों पूछताछ के बाद कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल ने बाद में कहा कि मंत्री की कोरोनरी एंजियोग्राम की गई है और जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी की सलाह दी गई है।
गिरफ्तारी पर सियासत तेज
तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी पर राजनीतिक बयानबाजी जारी है। डीएमके से लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का विरोध किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि ये राजनीतिक उत्पीड़न के अलावा कुछ नहीं है। वहीं, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने ओमंदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती राज्य के मंत्री वी सेंथिल बालाजी से मुलाकात की।
एमके स्टालिन ने अस्पताल जाकर की मुलाकात
बालाजी की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि रात 2 बजे तक वे उस पर दबाव बनाते रहे और फिर उसे अस्पताल ले गए। अब वह आईसीयू में भर्ती हैं। उसके यह कहने के बाद भी कि वह जांच में सहयोग करेगा, उन्होंने उसे प्रताड़ित क्यों किया? जिन लोगों ने इन अधिकारियों को भेजा, उनके गलत इरादे हम साफ देख सकते हैं। उन्होंने अमानवीय तरीके से काम किया। भाजपा की इस तरह की धमकी से डीएमके नहीं डरेगी। लोग उन्हें 2024 में सबक सिखाएंगे।