पूर्व IPS और यूपी से राज्यसभा सांसद बृजलाल ने मुंबई हमलों पर बड़ा खुलासा किया है। उनका ये बयान तब आया है जब 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से इंडिया लाया जा रहा है। पूर्व पुलिस अधिकारी का आरोप है कि ये हमला तत्कालीन सरकार की नाकामी का नतीजा है। उन्होंने आगे अपने बयान में ये भी दावा किया कि उन्होंने हमले से करीब 8 माह पहले मुंबई पुलिस को इसमें लिप्त आतंकियों के बारे में जानकारी दी थी।
उन्होंने कहा कि राणा का प्रत्यर्पण कर लिया गया है। वह भारत लाया जा रहा है। राणा और डेविड हेडली मुंबई हमलों के मास्टर माइंड थे। दोनों लोगों ने ताज और उसके आसपास पूरे इलाके की रैकी की थी। उनका कहना था कि वर्तमान में हेडली अमेरिका में 35 साल की सजा काट रहा है।
#WATCH | Delhi | On 26/11 Mumbai attacks accused Tahawwur Rana’s extradition to India, Former UP DGP and BJP MP Brij Lal says, “…I congratulate Narendra Modi Ji as now Tahawwur Rana will be extradited to India…Tahawwur Rana and David Coleman Headley are the masterminds of the… pic.twitter.com/VGywTDcPpt
— ANI (@ANI) April 9, 2025
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मुंबई हमले के दौरान सुपरकॉप बृजलाल यूपी पुलिस में बड़े पद पर तैनात थे
पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा कि भारत से कुछ पुलिस अधिकारी अमेरिका हेडली से पूछताछ करने गए थे। जब हेडली से बात करने पर राणा और अन्य लोगों का पता चला तो उन पर इंडिया में रिपोर्ट बदलने का दबाव बनाया गया। उन्होंने कहा कि जब मुंबई हमला हुआ तो मैं यूपी पुलिस में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर तैनात था। उस समय यूपी रामपुर हमले की जांच कर रहा था।
पूर्व पुलिस अधिकारी ने पकड़े थे दो आतंकी
पूर्व पुलिस अधिकारी का दावा था कि मुंबई हमले से ठीक 8 महीने पहले उन्होंने अपने सूत्रों की मदद से मोतीहारी से शबाउद्दीन और मुंबई के फहीम अंसारी को पकड़ा था। दोनों पाकिस्तान हाफिज सईद द्वारा प्रशिक्षित आतंकी थे। शबाउद्दीन लश्कर ए तैयबा का इंडिया कमांडर था और नेपाल के काठमांडू में छिपा बैठा था। दोनों ने एक और आतंकी हमजा के साथ मिलकर 2005 दिसंबर में इंडियन साइंस कांग्रेस में हमला किया, जिसमें कई वैज्ञानिक मारे गए थे। उन्होंने बताया कि हमजा पाकिस्तान मूल का निवासी था।
सपा ने रामपुर हमला मामला लिया वापस, मुंबई पुलिस को किया था अलर्ट
पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा कि शबाउद्दीन अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ा था। आगे वह बोले की राणा के इंडिया आने के बाद मुंबई हमले में लोकल कनेक्शन का पता चलेगा। इस मामले में कई राज खुलेंगे। उनका दावा था कि शबाउद्दीन और फहिम अंसारी के साथ उन्होंने रामपुर हमले में दो अन्य पाकिस्तानियों को भी पकड़ा था। लेकिन सपा की सरकार ने बाद में जो केस वापस लिए उसमें ये केस भी था। उन्होंने आगे कहा कि फरवरी 2008 में वह फहीम अंसारी को लेकर मुंबई गए थे। लेकिन मुंबई पुलिस ने उनके इस इनपुट पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया और जिसके बाद ही मुंबई हमलों की पूरी पटकथा लिखी गई।
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