Shreyasi Singh Paris Olympic: अमेरिका में खत्म हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद अब सभी की नजर फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाले ओलपिंक खेलों पर टिकी है। कई भारतीय खिलाड़ी भी इस दिन का बेहद बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। वहीं बिहार की विधायक श्रेयसी सिंह को भी पेरिस ओलंपिक में भाग लेने का मौका मिला है। 26 जुलाई से शुरू होने वाले ओलंपिक गेम में श्रेयसी सिंह भी देश का प्रतिनिधित्व करती नजर आएंगी।
30 और 31 को लगाएंगी निशाना
बिहार के जमुई से विधायक बनी श्रेयसी सिंह को भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ने निशानेबाजी टीम में शामिल किया है। इस साल भारतीय निशानेबाजी टीम में 21 खिलाड़ियों का चुनाव हुआ है। इस लिस्ट में श्रेयसी सिंह का नाम भी शामिल है। श्रेयसी 30 और 31 जुलाई को ओलंपिक में निशाना लगाते दिखाई देंगी।
Shreyasi Singh completes the list of the 21 shooters who will represent us at the @paris2024 Olympic Games. With 8 shooters in Rifle, 7 in Pistol & 6 in Shotgun, we will now have shooters start 28 events!
Let’s #Cheer4india
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— Team India (@WeAreTeamIndia) June 21, 2024
पूर्व केंद्रीय मंत्री की बेटी हैं श्रेयसी
बता दें कि श्रेयसी सिंह बिहार के राजघराने से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म 29 अगस्त 1991 को गिद्धौर में हुआ था। श्रेयसी के पिता दिग्विजय सिंह पूर्व केंद्र मंत्री थे। निशानेबाजी भी श्रेयसी को परिवार से विरासत में मिली थी। श्रेयसी के पिता दिग्विजय सिंह और दादा सेरेंद्र सिंह भी शूटर रह चुके हैं। श्रेयसी की मां पुतुल कुमारी बिहार की बांका लोकसभा सीट से सांसद रही हैं। श्रेयसी ने दिल्ली के हंसराज कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। जिसके बाद उन्होंने एमबीए का कोर्स किया।
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2018 के कॉमनवेल्थ में जीता गोल्ड
श्रेयसी सिंह को निशानेबाजी में हमेशा से दिलचस्पी रही है। 2013 में वो भारतीय निशानेबाजी टीम का हिस्सा बनीं थी। इस दौरान उन्होंने रूस की राजधानी मॉस्को में होने वाले ट्रैप निशानेबाजी विश्व कप में 15वीं रैंक हासिल की। 2014 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हुआ था। इस दौरान श्रेयसी सिंह को निशानेबाजी में सिल्वर मेडल मिला। इसी साल होने वाले एशियन गेम्स में भी श्रेयसी ने कांस्य पदक अपने नाम कर लिया। 2018 के दौरान ऑस्ट्रेलिया में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में श्रेयसी ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
2020 में शुरू की सियासी पारी
30 साल की उम्र में श्रेयसी ने राजनीति में एंट्री की। 2020 में वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव हो रहे थे। लिहाजा बीजेपी ने श्रेयसी को जमुई से टिकट दिया और सियासी मैदान में भी श्रेयसी ने जीत का परचम लहराया। उन्होंने आरजेडी के विजय प्रकाश को 41000 से अधिक मतों से मात दे दी।
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17 साल बाद पूरा होगा पिता का सपना
गौरतलब है कि श्रेयसी बिहार की पहली ऐसी खिलाड़ी बनने जा रही हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक गेम में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। श्रेयसी की इस उपलब्धी पर ना सिर्फ जमुई बल्कि पूरा बिहार खुश है। श्रेयसी का कहना है कि 17 साल बाद उन्हें ओलंपिक गेम्स में भाग लेने का मौका मिला है। ये उनके पिता दिग्विजय सिंह का सपना था। अब वो इस दुनिया में नहीं हैं मगर उनका सपना पूरा होने वाला है।
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