Saturday, 27 April, 2024

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Patra Chawl Case: संजय राउत को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने 22 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा

मुंबई: पात्रा चॉल मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को 22 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि पात्रा चॉल मामले में आज संजय राउत की हिरासत खत्म हो रही थी। आज उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Aug 8, 2022 14:13
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Shiv Sena MP Sanjay Raut
Shiv Sena MP Sanjay Raut

मुंबई: पात्रा चॉल मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को 22 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि पात्रा चॉल मामले में आज संजय राउत की हिरासत खत्म हो रही थी। आज उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

अदालत ने संजय राउत को जुडिशल कस्टडी में दवाई और घर का खाना देने की अनुमति दी है। कोर्ट में संजय राउत के वकील ने उनके स्वास्थ्य से संबंधित कागजात दिए थे। इन कागजातों के आधार पर कोर्ट ने संजय राउत को घर का खाना खाने और दवाई लेने की अनुमति दी है। साथ ही कोर्ट ने ऑर्थर रोड जेल के सुपरिटेंडेंट को संजय राउत के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी भी देने के लिए कहा है ताकि उनके लिए व्यवस्था की जाए।

बता दें कि चार अगस्त को कोर्ट ने संजय राउत की कस्टडी को 8 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राउत के कस्टडी को बढ़ाने की मांग की थी जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था।

31 जुलाई की रात राउत को किया था गिरफ्तार

गौरतलब है कि गिरफ्तारी के बाद अदालत ने एक अगस्त को राउत को ईडी की हिरासत में पहले चार अगस्त, फिर आठ अगस्त और अब 22 अगस्त तक के लिए भेज दिया है। केंद्रीय एजेंसी ने उपनगर गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं और उनकी पत्नी तथा कथित साथियों के संपत्ति से जुड़े वित्तीय लेनदेन के संबंध में राउत को 31 जुलाई की रात को गिरफ्तार किया था।

क्या है पात्रा चॉल केस

पात्रा चॉल घोटाला मुंबई के उपनगरीय इलाके गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर का है। यह इलाका पात्रा चॉल के नाम से लोकप्रिय है। यह 47 एकड़ में फैला है, जिसमें कुल 672 घर हैं। इसी पात्रा चॉल पुनर्विकास परियोजना में धांधली के मामले की जांच अब ईडी के हाथों में है। पुनर्वास का ठेका गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (GACPL) को दे दिया था। लेकिन, 14 साल बाद भी लोगों को घर नहीं मिला है।

First published on: Aug 08, 2022 01:38 PM
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