नई दिल्ली: शरद पवार ने शुक्रवार के पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के फैसले को वापस ले लिया है। मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने इसका ऐलान किया। उनके फैसले से पार्टी के नेताओं में उत्साह है। जब शरद पवार मीडिया से बात कर रहे थे उस समय पार्टी के वरिष्ठ नेता और उनके भतीजे अजित पवार की गैरमौजूद थे। इसे लेकर भी सवाल पूछा गए। इन सवालों पर शरद पवार ने अपना पक्ष रखा और कहा कि जैसा आप सोच रहे हैं पार्टी के अंदर वैसा कुछ नहीं है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नहीं थे अजित पवार
शरद पवार ने कहा कि सभी नेताओं के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित होना जरूरी नहीं है। एनसीपी के सभी नेता उत्तराधिकारी समिति की बैठक में पहले दिन उपस्थित थे, जब उन्होंने सर्वसम्मति से फैसला किया कि उन्हें पार्टी प्रमुख के रूप में जारी रखना चाहिए। शरद पवार ने इस बात से भी इंकार किया कि इन अफवाहों में कोई सच्चाई है कि कोई एनसीपी नेता अन्य दलों में शामिल होना चाहता है।
अगर कोई जाना चाहता है तो जाए
शरद पवार ने कहा, “अगर कोई जाना चाहता है तो कोई किसी को नहीं रोक सकता। हालांकि, इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि हमारी पार्टी के लोग बाहर जाना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि हमने अपने नेताओं से बात की है और उन्हें बताया है कि पार्टी के विभिन्न स्तरों पर नए नेताओं को जिम्मेदारी और अवसर दिया जाना चाहिए।
शरद पवार ने कहा कि उनके भतीजे अजीत पवार एकमात्र एनसीपी नेता थे, जिन्हें इस बात का अंदाजा था कि वह इस्तीफा देने जा रहे हैं और इसीलिए उन्होंने उनके फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अजित पवार उनसे या पार्टी से नाराज नहीं हैं।
शरद पवार ने की थी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा
बता दें कि शरद पवार ने मंगलवार को एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा करके अपनी पार्टी को चौंका दिया था। जिस दिन शरद पवार ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। उसी दिन कुछ घंटे बाद अजित पवार ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनके इस निर्णय से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खुश नहीं है।