SEBI Chairman Madhabi Puri Buch: सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को लेकर अब नई भविष्यवाणी सामने आई है। जिसमें दावा किया गया है कि वे जल्द रिजाइन करेंगी या बर्खास्त कर दी जाएंगी। ज्योतिष हैंडल जुपिटर एस्ट्रोलॉजी ने ये भविष्यवाणी की है। भारतीय विद्या भवन (BVB) में ज्योतिष के प्रोफेसर सुंदर बालकृष्णन द्वारा इस हैंडल को ऑपरेट किया जाता है। बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगे थे। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने दावा किया था कि सेबी प्रमुख के पास अडानी से जुड़े फंड में हिस्सेदारी है। हालांकि बुच ने अपने खिलाफ सभी आरोपों को निराधार बताया था।
रविवार को छाया रहा मामला
लेकिन भारत में रविवार को भी ये मामला काफी छाया रहा। अब उनके खिलाफ भविष्यवाणी सामने आई है। इस हैंडल ने हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट से पहले अडानी ग्रुप को लेकर भविष्यवाणी की थी। जिसमें उनकी फर्म के मुश्किलों में पड़ने की बात कही गई थी। अतीत में कई भविष्यवाणी जुपिटर एस्ट्रोलॉजी ने की हैं। दावा है कि ये सच साबित हुई हैं।
Padyatra postponed due to ill health of @annamalai_khttps://t.co/onyi7d9jlT
— Jupiter Astrology (@jupiter_astro) October 4, 2023
---विज्ञापन---
वहीं, तमिलनाडु भाजपा प्रमुख अन्नामलाई ने 2024 का आम चुनाव लड़ा था। हैंडल ने उनकी हार की भविष्यवाणी की थी। जो सच साबित हुई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सेबी अडानी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहा है। सेबी प्रमुख माधबी पुरी का समूह के फंड में हिस्सा है, जिसके कारण एक्शन नहीं लिया जा रहा। ये रिपोर्ट 10 अगस्त को आई थी। जिसके बाद माधबी और उनके पति ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया था। उन्होंने कहा था कि वित्तीय स्थिति के बारे में सेबी को सब पता है। कई साल पहले ही वे अपना ब्योरा सौंप चुके हैं। इसके अलावा और कोई वित्तीय दस्तावेज नहीं है। जिसका खुलासा करने की जरूरत हमें पड़े। कोई भी अधिकारी उनसे जानकारी ले सकता है।
T-0674…@SEBI_India Chairman, Madhabi Puri Buch will resign or sacked soon. Her date of birth is Jan 12, 1965. As per Nadi method she is in for major trouble @HindenburgRes @gautam_adani @AdaniOnline @madhabibuch
— Jupiter Astrology (@jupiter_astro) August 10, 2024
अडानी ग्रुप ने खारिज किए दावे
अडानी समूह ने भी रिपोर्ट के सभी दावों को खारिज कर दिया था। अडानी समूह ने कहा था कि ताजा आरोपी सिर्फ दुर्भावना और शरारत है। जिनसे उनका लेना-देना नहीं है। शीर्ष न्यायालय भी ऐसे आरोपों को मार्च 2023 में खारिज कर चुका है। रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस ने संयुक्त संसदीय दल गठित कर जांच की मांग की थी। वहीं, टीएमसी ने कहा था कि सेबी अध्यक्ष को रिजाइन कर देना चाहिए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि बुच और अडानी 2022 में दो बार मीटिंग कर चुके हैं। सेबी उस समय अडानी ग्रुप के खिलाफ जांच कर रही थी। वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि इस मामले की जांच करना जरूरी है।
यह भी पढ़ें:सेक्स एडिक्ट, कई महिलाओं से शादी; बहन तोड़ चुकी रिश्ता…क्या-क्या कांड कर चुका डॉक्टर का हत्यारा संजय रॉय?