SCO Meeting: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को बिलावल के सामने आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरा। उन्होंने कहा कि सीमा पार से आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी है और इसे रोका जाना चाहिए। जयशंकर ने गोवा में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक के अपने उद्घाटन भाषण में ये बातें कही।
जयशंकर ने कहा कि दुनिया कोरोना और उसके परिणामों का सामना करने में लगी हुई है, इसलिए आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी है। उन्होंने कहा कि इस खतरे से अपनी आंखें हटाना हमारे सुरक्षा हितों के लिए हानिकारक होगा। जयशंकर ने कहा कि ये ध्यान रखना चाहिए कि आतंकवाद से लड़ना एससीओ के स्थापना संकल्पों में से एक है।
विदेश मंत्री जब पाकिस्तान को खरी-खरी सुना रहे थे, तब बिलावल भुट्टो जरदारी के अलावा चीन के विदेश मंत्री और रूस के विदेश मंत्री भी मौजूद थे। जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद को नजरअंदाज करना हमारे सुरक्षा हितों के लिए नुकसानदायक होगा।
नमस्ते कहकर जयशंकर ने किया जरदारी का स्वागत
इससे पहले आज जयशंकर ने सीएफएम बैठक से पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को नमस्ते कहकर उनका स्वागत किया। बता दें कि गुरुवार को कल गोवा पहुंचने पर जरदारी ने कहा था कि शंघाई सहयोग संगठन में भाग लेने के लिए गोवा पहुंचने पर मुझे खुशी हो रही है। मैं एससीओ में पाकिस्तान प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) सफल होगी।
जयशंकर ने गुरुवार को चीनी समकक्ष किन गैंग के साथ बैठक की। बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) 2001 में स्थापित एक अंतर सरकारी संगठन है। एससीओ में भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य हैं।