Sanjeev Mukhiya Paper Leak Mafia: NEET-NET पेपर लीक मामले के तार बिहार के बाद झारखंड से भी जुड़ने लगे हैं। झारखंड के हजारीबाग से पुलिस को कई सबूत हाथ लगे हैं। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के मुताबिक हजारीबाद स्थित परीक्षा केंद्र में नीट पेपर के साथ छेड़छाड़ हुई है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब पेपर लीक का कनेक्शन झारखंड से निकला है। इससे पहले बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। इस दौरान 268 अभ्यार्थियों को हजारीबाग के अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया था, जिनमें 113 अभ्यार्थी बिहार के नालंदा से ताल्लुक रखते थे। पुलिस ने इस मामले में कई पेपर लीक माफिया को हिरासत में लिया है। वहीं संजीव मुखिया गिरोह का नाम भी इससे जुड़ रहा है।
बिहार से झारखंड तक फैला है नेटवर्क
बिहार के नालंदा में रहने वाले कुख्यात पेपर लीक माफिया संजीव मुखिया गिरोह पर पहले भी कई आरोप लगे हैं। खबरों की मानें तो नालंदा से लेकर हजारीबाद तक इस गिरोह का नेटवर्क फैला है। नीट पेपर लीक मामले में भी इसी गिरोह का हाथ था। यही नहीं नेट-यूजी परीक्षा का पेपर लीक करने में भी संजीव मुखिया गिरोह शामिल हो सकता है। साथ ही इससे पहले बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी इसी गिरोह ने लीक किया था।
जेल में बंद है बेटा
संजीव मुखिया का बेटा डॉ. शिव भी इसी गिरोह का हिस्सा है। शिव पर पहले से पेपर लीक मामले का केस चल रहा है और वो इस समय जेल में सजा काट रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो शिव ने ही बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाया था और उसका हजारीबाग से गहरा संबध है।
#WATCH | RJD leader Tejashwi Yadav says, “…Wherever there is BJP Government, paper leaks are happening there…It is my appeal to investigation agencies to probe Sanjeev Mukhiya. I urge the government to probe this. Sanjeev Mukhiya is said to be the Head of Nitish Kumar and… pic.twitter.com/G5lKa6WtH3
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 22, 2024
हजारीबाग तक फैला है नेटवर्क
बिहार ईओयू की मानें तो संजीव मुखिया का नेटवर्क बिहार से हजारीबाग तक है। वहीं सीमा पार हजारीबाग को इस गिरोह का सबसे सुरक्षित स्थान माना जाता है। गिरोह की गैरकानूनी गतिविधियों में नीट और बीपीएससी पेपर लीक जैसे अपराध शामिल हैं।
नीट पेपर लीक 2017 को दिया था अंजाम
गौरतलब है कि 2017 में भी नीट परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। इस दौरान परिणाम आने से पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा रद्द कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने डॉ. शिव को गिरफ्तार किया था। 21 अप्रैल को शिव अपने चार साथियों के साथ मध्य प्रदेश में पकड़ा गया था। ऐसे में पुलिस ने खुलासा किया कि ये गिरोह पहले भी कई पेपर लीक जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
पुलिस कर रही है तलाश
ईओयू को मिली जानकारी के अनुसार नीट परीक्षा से महज एक दिन पहले संजीव मुखिया ने 4 मई को पटना स्थित प्ले स्कूल में 25 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की थी। इस प्ले स्कूल के हॉस्टल में पेपर लीक किया गया था। इस पेपर के साथ बच्चों को उत्तर पुस्तिका भी उपलब्ध करवाई गई थी। अब बिहार और झारखंड पुलिस संजीव मुखिया की तलाश में है। हालांकि संजीव अभी फरार चल रहा है, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस ने जगह-जगह पर्चे छपवाएं हैं।