Rupee Vs Dollar: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रुपये वर्सेज डॉलर पर चर्चा के बीच अमेरिका में कहा है कि भारतीय रुपये ने बहुत बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय रुपये ने कई अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।
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अमेरिकी यात्रा पर वाशिंगटन डीसी में मौजूद निर्मला सीतारमण ने शनिवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा, हमें इसे ऐसे देखना चाहिए कि डॉलर मज़बूत हो रहा है। लेकिन दूसरी मार्केट करेंसी देखें तो रुपया डॉलर की तुलना में काफी अच्छा कर रहा है। रुपये में गिरावट से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों के संबंध में पूछे गए सवाल पर वित्त मंत्री ने ये बातें कही।
"रुपया कमजोर नहीं हो रहा, इसे ऐसे देखा जाना चाहिए कि डॉलर मज़बूत हो रहा है"
---विज्ञापन---◆ अमेरिका में वित्त मंत्री @nsitharaman pic.twitter.com/s1cqVUTIyd
— News24 (@news24tvchannel) October 16, 2022
सीतारमण ने कहा कि अन्य देशों की मुद्राएं भी अमेरिकी डॉलर की मजबूती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं हैं जबकि भारतीय रुपये ने कई अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। मुद्रास्फीति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बुनियादी बातें अच्छी हैं और विदेशी मुद्रा भंडार अच्छा है। हम एक आरामदायक स्थिति में हैं और इसलिए मैं दोहरा रही हूं कि मुद्रास्फीति भी प्रबंधनीय स्तर पर है। हम इसे और आगे लाने के प्रयास कर रहे हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम इससे संबंधित मामलों को जी 20 की टेबल पर लाना चाहते हैं ताकि सदस्य इस पर चर्चा कर सकें और एक ढांचे या एसओपी पर पहुंच सकें, ताकि वैश्विक स्तर पर देशों में तकनीकी रूप से संचालित नियामक ढांचा हो सके।
रूस-यूक्रेन वॉर का भी किया जिक्र
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ऊर्जा संकट का मुद्दा भी उठाया और कहा कि कई देशों को ऊर्जा उत्पादन के लिए कोयले की ओर वापस जाना पड़ा है क्योंकि गैस का खर्च वहन नहीं किया जा सकता है या उपलब्ध नहीं है।
बता दें कि शनिवार को सीतारमण ने वाशिंगटन में विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत के #G20 प्रेसीडेंसी, एमडीबी के पूंजी पर्याप्तता ढांचे में सुधार, ऋण कमजोरियों को दूर करने और एमआईजीए के माध्यम से भारत के साथ डब्ल्यूबीजी के जुड़ाव को बढ़ाने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने आईएमएफ-डब्ल्यूबी वार्षिक बैठक 2022 के मौके पर यूएई के वित्तीय मामलों के राज्य मंत्री मोहम्मद अल हुसैनी से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने आगामी G20 इंडिया प्रेसीडेंसी, UAE के CoP28 चेयर, जलवायु वित्त और पारस्परिक हित के अन्य क्षेत्रों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
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