United Nations: संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा है कि भारत को यह बताने की जरूरत नहीं है कि लोकतंत्र पर क्या करना है। बता दें कि कंबोज ने दिसंबर महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाली है।
भारत ने गुरुवार को दिसंबर महीने के लिए 15 देशों की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता ग्रहण की, जिसके दौरान वह आतंकवाद का मुकाबला करने और बहुपक्षवाद में सुधार पर हस्ताक्षर कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिया ये जवाब
संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहली महिला स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित किया। भारत में लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “इस पर मैं यह कहना चाहूंगी कि हमें यह बताने की जरूरत नहीं है कि लोकतंत्र पर क्या करना है।
उन्होंने कहा कि भारत शायद दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यता है जैसा कि आप सभी जानते हैं। भारत में लोकतंत्र की जड़ें 2500 साल पहले से थीं, हम हमेशा से लोकतंत्र थे। हमारे पास लोकतंत्र के सभी स्तंभ हैं जो बरकरार हैं, इनमें विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और चौथा स्तंभ प्रेस है।
अगस्त 2021 के बाद दूसरी बार अध्यक्षता
बता दें कि अगस्त 2021 के बाद दूसरी बार भारत ने निर्वाचित यूएनएससी सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान परिषद की अध्यक्षता की है। परिषद में भारत का 2021-2022 का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।