Rishikesh-Karnaprayag Railway Line Latest News: चारधाम यात्रा पर जाने वाले लोगों को जल्द ही गुड न्यूज मिलने वाली है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का 70 प्रतिशत काम खत्म हो चुका है। खबरों की मानें तो 2026 में इस रेल लाइन की शुरुआत हो जाएगी। इसके बाद ऋषिकेश से कर्णप्रयाग की दूरी 7 घंटे से कम होकर 2 घंटे होगी।
बद्रीनाथ जाना होगा आसान
इस रेल लाइन की शुरुआत होने के बाद यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने वाले यात्रियों का सफर आसान हो जाएगा। ये रेलवे लाइन तीन प्रयागों को भी आपस में जोड़ेगी। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग जाने वाली ट्रेन रास्ते में 12 स्टेशनों पर रुकेगी। इन स्टेशनों में कर्ण प्रयाग के अलावा रुद्र प्रयाग और देव प्रयाग भी शामिल होंगे।
12 स्टेशनों के नाम
जानकारी के अनुसार ये रेलवे लाइन 35 ब्रिज और 17 टनलों से होते हुए गुजरेगी। वहीं देवप्रयाग से लचमोली के बीच 15 किलोमीटर की सबसे बड़ी टनल मौजूद रहेगी। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर आने वाले 12 स्टेशनों में ऋषिकेश, मुनि की रेती, शिवपुरी, मंजिलगांव, सकनी, देवप्रयाग, कीर्ति नगर, श्रीनगर, धारी, रुद्रप्रयाग, घोलतिर, घौचर और कर्णप्रयाग के नाम शामिल होंगे।
2026 में दौड़ेगी ट्रेन
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने 125.20 किलोमीटर की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन प्रोजेक्ट का दारोमदार संभाला है। ये रेलवे लाइन कुल 16,200 किलोमीटर की लागत में बनकर तैयार होगी। इस प्रोजेक्ट से 2 हजार से ज्यादा लोंगो को रोजगार मिलेगा। खबरों की मानें तो इस रेलवे लाइन का काम 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा। 2026 से रेलवे लाइन की शुरुआत होगी।
पीक टाइम में 4 चक्कर लगाएगी ट्रेन
खासकर बद्रीनाथ जाने वाले यात्री अब ऋषिकेश से ट्रेन पकड़कर 2 घंटे में कर्णप्रयाग पहुंच सकेंगे। वहीं कर्णप्रयाग से ब्रदीनाथ की दूरी कम है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रेलवे का कहना है कि भीड़-भाड़ वाले समय में ट्रेन ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के चार चक्कर लगाएगी। वहीं कम भीड़ वाले समय में ट्रेन हर रोज दो चक्कर ही मारेगी।
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