Ayodhya ram mandir: अयोध्या श्री राम मंदिर रामलला के दर्शन जाने वाले वीवीआईपी श्रद्धालुओं को अब जाने से पहले राज्य सरकार और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को इसकी सूचना देगी होगी। इन वीवीआईपी श्रद्धालुओं को करीब एक हफ्ते पहले अपने अयोध्या पहुंचने की तारीख, दर्शन करने का दिन और पूरा शेड्यूल शेयर करना होगा। दरअसल, रामलला के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। ऐसे में उमड़ रही भीड़ के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी प्रकार की परेशानी से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है। बता दें सुरक्षा कारणों से वीवीआईपी लोगों के साथ उनके सुरक्षाकर्मी, निजी स्टाफ और अन्य लोग होते हैं। ऐसे में भीड़ में व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है।
मंदिर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयार की गई रिपोर्ट
दरअसल, 23 जनवरी से अयोध्या श्री राम मंदिर आम लोगों के लिए खोला गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन का अनुमान था कि रोजाना भगवान राम के दर्शन करने करीब एक लाख लोग पहुंचेंगे। लेकिन यहां मंदिर खुलने के बाद तकरीबन तीन लाख लोग दर्शन करने पहुंच रहे हैं। यहां रोजाना बड़ी संख्या में वीवीआईपी, वीआईपी और अन्य गणमान्य लोग भी दर्शन करने आ रहे हैं। ऐसे में सीएम कार्यालय से इसे लेकर एक रिपोर्ट मांगी गई। रिपोर्ट के बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने और यहां आने वाले वीवीआईपी श्रद्धालुओं का प्रोटोकॉल बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
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दर्शन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे है
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार श्रद्धालुओं के सुगम और संतोषपूर्ण दर्शन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन के साथ परिस्थितियों का जायजा लेने के बाद सीएम कार्यालय से यह नए आदेश जारी किया गया है। दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे वीवीआईपी श्रद्धालुओं को सलाह है कि वे अयोध्या धाम आने का कार्यक्रम बनाने से एक सप्ताह पहले स्थानीय प्रशासन, ट्रस्ट और राज्य सरकार के अधिकारियों को इसकी सूचना दें।