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रेलवे बोर्ड ने पेंट्रीकार बंद करने का दिया आदेश, तो क्या अब ट्रेन में नहीं मिलेगा नाश्ता और खाना?

Railway Board ban food in Train Pantry Car: ट्रेन में सफर करने वाले ज्यादातर यात्री पेंट्रीकार से खाना या स्नैक्स ऑडर करते हैं। मगर अब रेलवे बोर्ड ने ट्रेन में पेंट्रीकार बंद करने का आदेश दे दिया है। जून के बाद ना सिर्फ पेंट्रीकार बल्कि स्टेशनों पर मौजूद IRCTC के किचन भी बंद हो जाएंगे।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Mar 22, 2024 14:03
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Indian Railways

Railway Board ban food in Train Pantry Car: आमतौर पर ट्रेन में लंबे सफर के दौरान लोग पेंट्रीकार से खाना ऑडर करते हैं। इसके अलावा भी खाने की हर जरूरी चीज ट्रेन के पेंट्रीकार में मौजूद रहती है। मगर अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के पेंट्रीकार में खाना बनाने पर रोक लगा दी है, जिससे अब ट्रेन में नाश्ता और खाना नहीं बनेगा।

जून के बाद लागू होंगे नए नियम

रेलवे बोर्ड के अनुसार ट्रेन के पेंट्रीकार में सिर्फ जून तक खाना मिलेगा, जिसके बाद पेंट्रीकार बंद कर दिया जाएगा। हालांकि ट्रेन में चाय या पानी गर्म करने की सुविधा मौजूद रहेगी। आवश्यकता पड़ने पर यात्री ट्रेन में पानी और चाय गर्म कर सकते हैं। यही नहीं स्टेशन पर मौजूद IRCTC के रसोई घर भी बंद कर दिए जाएंगे।

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यात्रियों को कैसे मिलेगा खाना?

ट्रेन के पेंट्रीकार और IRCTC के किचन बंद होने के बाद यात्रियों को खाना कैसे मिलेगा? दरअसल इसके लिए IRCTC ने क्लस्टर बेस्ड पेंट्रीकार बनाने का खाका तैयार किया है, जहां नाश्ता और खाना बनेगा और फिर इसे ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों तक पहुंचाया जाएगा। इन क्लस्टर्स के लिए IRCTC टेंडर निकाल सकती है।

वंदे भारत में पहले से है क्लस्टर सुविधा

देश की सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत में पहले से ही यह सुविधा मौजूद है। सभी वंदे भारत ट्रनों में सिर्फ पानी गर्म किया जा सकता है। वहीं जब ट्रेन चलने के लिए पूरी तरह से तैयार होती है, खाने की चीजें यात्रियों को तभी परोसी जाती हैं। रेलवे बोर्ड ने इस सिस्टम को सभी ट्रेनों में लागू करने का आदेश दिया है। खबरों की मानें तो जुलाई से हर ट्रेन में इसकी शुरुआत हो जाएगी।

टेंडर निकालेगा रेलवे

इस नए सिस्टम के अंतर्गत सभी यात्रियों को अच्छा और ताजा खाना मिल सकेगा। पेंट्रीकार को चलाने के लिए अलग-अलग कंपनियों को टेंडर दिए जाएंगे। एक कंपनी उस रूट पर जाने वाली 5-7 ट्रनों में खाना सर्व करेगी। इसके लिए कंपनियों को रूट पर क्लस्टर स्थापित करने होंगे, जहां खाना तैयार किया जाएगा। खाने से लेकर स्नैक्स तक इन्हीं क्लस्टरों के माध्यम से ट्रेन तक पहुंचेगा।

रेलवे बोर्ड करेगा जांच

रेलवे बोर्ड का कहना है कि सभी क्लस्टरों की समय-समय पर जांच की जाएगी और अचानक छापा भी मारा जा सकता है। अगर जरूरत पड़ी तो खाने की शुद्धता जांचने के लिए लैब में सैंपल भेजे जाएंगे। इससे यात्रियों को क्वालिटी फूड मिल सकेगा। बता दें कि, नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे ने पहले ही 80 ट्रनों के लिए क्लस्टर छांटने का प्रोसेस शुरू कर दिया है।

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News24 हिंदी

First published on: Mar 22, 2024 02:03 PM

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