कांग्रेस नेता और संसद में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने जाति जनगणना के सवाल पर सरकार के जवाब को पब्लिक कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से जो जवाब मिला है, वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के पास कोई भी ठोस रूपरेखा नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की दूसरे राज्यों की सफल जातिगत गणना की रणनीति से भी नहीं सीखना चाहती.
राहुल गांधी ने कैसे साधा निशाना
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, ‘संसद में मैंने सरकार से जाति जनगणना पर सवाल पूछा – उनका जवाब चौंकाने वाला है. न ठोस रूपरेखा, न समयबद्ध योजना, न संसद में चर्चा, और न ही जनता से संवाद. दूसरे राज्यों की सफल जाति जनगणनाओं की रणनीति से सीखने की कोई इच्छा भी नहीं है. मोदी सरकार की यह जाति जनगणना देश के बहुजनों के साथ खुला विश्वासघात है.”
संसद में मैंने सरकार से जाति जनगणना पर सवाल पूछा – उनका जवाब चौंकाने वाला है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2025
न ठोस रूपरेखा, न समयबद्ध योजना, न संसद में चर्चा, और न ही जनता से संवाद।
दूसरे राज्यों की सफल जाति जनगणनाओं की रणनीति से सीखने की कोई इच्छा भी नहीं।
मोदी सरकार की यह जाति जनगणना देश के बहुजनों के साथ… pic.twitter.com/UW1rxMJFVI
सरकार से पूछे थे तीन सवाल
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से तीन सवाल पूछे थे. पहला सवाल हर दस साल में होने वाली जनगणना की समय सीमा और तैयारी को लेकर था. दूसरा सवाल था, क्या सरकार का जनगणना के सवालों का प्रारूप प्रकाशित करने और इन सवालों पर जनता या जनप्रतिनिधियों से इनपुट लेने का कोई प्रस्ताव है? उन्होंने तीसरा सवाल पूछा था कि सरकार अलग-अलग राज्यों में हुए जाति सर्वेक्षण के अनुभवों पर विचार कर रही है. सरकार की ओर से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने तीनों सवालों का जवाब दिया है.










