Purnia Exit Poll Bihar: लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन ने एनडीए को हराने की पूरी कोशिश की। वहीं बिहार में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की कमान संभाली थी। खासकर बिहार की हॉट सीट पर आरजेडी की पैनी नजर थी। इसमें एक नाम पूर्णिया लोकसभा सीट का भी शामिल था।
आमतौर पर बिहार में आरजेडी का सीधा मुकाबला जेडीयू और बीजेपी से है। मगर किसने सोचा था कि एक निर्दलीय प्रत्याशी भी आरजेडी को एग्जिट पोल में मात दे सकता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले नेता पप्पू यादव की।
आरजेडी का पत्ता साफ
पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया। बिहार से पांच बार सांसद रहे पप्पू यादव ने कांग्रेस से इसी सीट का टिकट मांगा। मगर इंडिया गठबंधन के सीट बंटवारे में पूर्णिया की सीट आरजेडी के खाते में चली गई और आरजेडी ने बीमा भारती को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। कांग्रेस और आरजेडी से नाराज पप्पू यादव ने पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। आरजेडी ने भी नहीं सोचा होगा कि टिकट की मांग करने वाला प्रत्याशी एग्जिट पोल में उसी का पत्ता साफ कर देगा।
#WATCH | On RJD leader Tejashwi Yadav’s statement, Purnea Lok Sabha candidate Pappu Yadav says, “This is not just MP election. The people of Purnea will write history this time…I will go to Siwan also strengthen INDIA alliance pic.twitter.com/O5rUN3B3M5
— ANI (@ANI) April 23, 2024
एग्जिट पोल ने चौंकाया
1 जून को सातवें चरण का मतदान खत्म होने के बाद एग्जिट पोल जारी किए गए। बिहार के ज्यादातर एग्जिट पोल में एनडीए को 30 के आस-पास सीटें मिल रही हैं। मगर पूर्णिया के आंकड़े काफी दिलचस्प निकलकर सामने आए हैं। एग्जिट पोल के अनुसार पूर्णिया में असली लड़ाई जेडीयू बनाम आरजेडी नहीं बल्कि जेडीयू वर्सेज पप्पू यादव की है।
पूर्णिया से तीन बार सांसद रहे पप्पू यादव
बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने संतोष कुमार कुशवाहा को पूर्णिया से प्रत्याशी बनाया है। हालांकि पूर्णिया लोकसभा सीट पर पप्पू यादव की भी अच्छी पकड़ है। पप्पू यादव 1996, 1998 और 2004 में पूर्णिया से सांसद रहे हैं। इसके अलावा 2009 और 2019 के आम चुनाव में पप्पू यादव ने माधेपुरा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी।