Poonch Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में गुरुवार 21 दिसंबर को घात लगाकर बैठे आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। इसमें से 4 जवानों की पहचान ही अभी तक सेना ने उजागर की है। इसमें उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के राइफलमैन गौतम कुमार, उत्तरप्रदेश कानपुर के नायक करण कुमार, चमोली के नायत बीरेंद्र सिंह और चौथे की बिहार नवादा के चंदन कुमार के रूप में हुई है।
पौड़ी गढ़वाल के राइफलमैन गौतम कुमार के जीजा जितेंद्र कुमार ने बताया कि अगले साल 11 मार्च को उनकी शादी होनी थी। परिवार में हर कोई उसकी शादी की तैयारी में व्यस्त था। 30 सितंबर को ऋषिकेश में हमारा सगाई समारोह था लेकिन हमारी खुशियां गम में बदल गईं है। जितेंद्र ने बताया कि वे 2014 में सेना में शामिल हुए थे और पिछले 2 सालों से पुंछ में तैनात थे। पिछले दिनों वे मेरे बेटे के मुंडन समारोह पर छुट्टियां लेकर आए थे और 16 दिसंबर को ही वापस ड्यूटी पर गए थे।
बीरेंद्र के शहीद होने से सदमे में परिवार
चमोली के बमियाला गांव के 32 साल के नायक बीरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार को रूड़की लाया गया। यहां से आज उनके गांव लाया जाएगा। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं पिता सुरेंद्र सिंह किसान हैं वहीं मां गृहिणी हैं। बीरेंद्र का एक भाई भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में तैनात हैं। बीरेंद्र की मौत की खबर के बाद से ही परिवार सदमे में हैं।
परिवार के साथ होली मनाने वाले थे करण कुमार
वहीं कानपुर के बाहुपुर गांव के करण कुमार भी इस हमले में शहीद हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर पूरे परिवार में शोक की लहर है। वे 2013 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी शहीद होने की खबर से पूरा परिवार सदमे में हैं। करण के परिवार में उनकी पत्नी और 2 साल की बेटियां हैं। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके गांव पहुंचेगा। जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार करण आखिरी बार सितंबर में घर आए थे। घटना से 2 दिन पहले करण ने अपने छोटे भाई अरुण को फोन कर कहा कि वह फरवरी में घर आएंगे और परिवार के साथ मिलकर होली का त्योहार मनाएंगे।