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PM Modi Mizoram Visit: 78 साल में पहली बार गूंजी रेल की ‘सीटी’, 3 घंटे में पूरा होगा 10 घंटे का सफर; महंगाई भी होगी कम

PM Modi Mizoram Visit: इस रेल लाइन से खासकर मिजोरम के कोलासिब और ऐजोल जिले के बड़ी संख्या में लोगों को फायदा मिलेगा. दरअसल, अब व्यापारियों को सिलचर से सामान लाने सड़क मार्ग पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा, उनकी लागत कम होगी और सामान लाने में समय कम लगेगा. मार्केट के जानकारों की मानें तो इससे ईंधन बचेगा, पॉल्यूशन कम होगा और रोजाना यूज होने वाले सामान की कीमतों में 20-30% तक कमी आ सकती है।

Author Written By: Amit Kasana Author Published By : Amit Kasana Updated: Sep 13, 2025 12:20
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बैराबी-सैरंग रेल लाइन

PM Modi Mizoram Visit : स्वतंत्रता के 78 साल बाद पहली बार जंगलों और ऊंचे पहाड़ों के राज्य मिजोरम में रेल चलने जा रही है. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैराबी-सैरंग रेल लाइन का उद्घाटन किया है. लोगों के अनुसार ये रेल लाइन नहीं ये यहां के लोगों के सपनों को दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगी.

जानकारी के अनुसार इस नई रेलवे लाइन से सिलचर से ऐजोल का रोड सफर जिसमें अभी 7-10 घंटे लगते हैं अब यहां ट्रेन से यात्रा करने में 3 घंटे लगेंगे. बता दें दिल्ली से सैरंग के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस में 18 स्टॉप्स होंगे. ये ट्रेन आवाजाही में 18-20 घंटे तक लगेगी.

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2014 में पीएम मोदी ने रेलवे लाइन के काम का शिलान्यास

रेलवे अधिकारियों के अनुसार मिजोरम के 12 लाख लोग इसका वर्षों से इंतजार कर रहे थे.इससे राज्य की सूरत बदलेगी और यहां पर्यटन, रोजगार और व्यापार के नए द्वार खुलेंगे. मिजोरम ऐसा राज्य हैं जहां साल में 8 महीने बारिश होती है. बता दें साल 1999 में पहली बार इस नई रेलवे लाइन की परिकल्पना की गई थी. 2014 में पीएम मोदी ने इसका शिलान्यास किया था.

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मिजोरम के कोलासिब और ऐजोल जिले के लोगों को मिलेगा फायदा

इस रेल लाइन से खासकर मिजोरम के कोलासिब और ऐजोल जिले के बड़ी संख्या में लोगों को फायदा मिलेगा. दरअसल, अब व्यापारियों को सिलचर से सामान लाने सड़क मार्ग पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा, उनकी लागत और सामान लाने में समय कम लगेगा. मार्केट के जानकारों की मानें तो इससे ईंधन बचेगा, पॉल्यूशन कम होगा और रोजाना यूज होने वाले सामान की कीमतों में 20-30% तक कमी आ सकती है।

बैराबी-सैरंग रेल लाइन की खास बातें

  • रास्ते में 142 पुल (55 बड़े, 87 छोटे) और महज 450 रुपये टिकट की कीमत
  • सबसे लंबा पुल नंबर 97 742 मीटर का है और भविष्य में इस लाइन को कलादान मल्टी-मॉडल ट्रांजिट प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा
  • 23 सुरंगें (कुल 13 किमी लंबी) और मिजोरम का सबसे ऊंचा पिलर (104 मीटर, कुतब मीनार से 42 मीटर ज्यादा लंबा)
  • ब्रिज नंबर 144 भारत का दूसरा सबसे ऊंचा पिलर ब्रिज है
  • यह लाइन भूकंप-प्रतिरोधी है और भविष्य में इसे 223 किमी और बढ़ाकर म्यांमार तक ले जाने की योजना है

ये भी पढ़ें: PM मोदी ने मिजोरम में 3 ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी

First published on: Sep 13, 2025 11:54 AM

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