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PM मोदी आज ईटानगर में अरुणाचल प्रदेश के पहले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे

Greenfield Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ईटानगर के होलांगी में अरुणाचल प्रदेश के पहले ग्रीनफील्ड हवाईअड्डे ‘दोन्यी पोलो हवाईअड्डे’ का उद्घाटन करेंगे। 2019 में पीएम मोदी ने होलोंगी में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण की आधारशिला रखी थी और रेट्रोफिटेड तेजू हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, होलोंगी में टर्मिनल का निर्माण […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Nov 19, 2022 08:41
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Greenfield Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ईटानगर के होलांगी में अरुणाचल प्रदेश के पहले ग्रीनफील्ड हवाईअड्डे ‘दोन्यी पोलो हवाईअड्डे’ का उद्घाटन करेंगे। 2019 में पीएम मोदी ने होलोंगी में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण की आधारशिला रखी थी और रेट्रोफिटेड तेजू हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, होलोंगी में टर्मिनल का निर्माण लगभग 955 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, जिसका क्षेत्रफल 4100 वर्ग मीटर है और इसकी अधिकतम क्षमता प्रति घंटे 200 यात्रियों को संभालने की है।

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640 करोड़ रुपये की लागत से बना है पहला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट

अरुणाचल प्रदेश के पहले ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण 640 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। ये एयरपोर्ट 690 एकड़ से अधिक क्षेत्र में विकसित किया गया है। 2,300 मीटर रनवे के साथ ये एयरपोर्ट सभी मौसम के संचालन के लिए उपयुक्त है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हवाई अड्डा टर्मिनल एक आधुनिक इमारत है, जो ऊर्जा दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा और संसाधनों के पुनर्चक्रण को बढ़ावा देती है। डोनी पोलो हवाई अड्डा अरुणाचल प्रदेश के लिए तीसरा परिचालन हवाई अड्डा होगा, जो उत्तर-पूर्व क्षेत्र में कुल हवाई अड्डे की संख्या को 16 तक ले जाएगा। 1947 से 2014 तक उत्तर-पूर्व में केवल नौ हवाई अड्डे बनाए गए थे। तब से आठ वर्षों की छोटी अवधि में मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में सात हवाई अड्डे बनाए हैं।

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पांच पूर्वोत्तर राज्यों मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के हवाई अड्डों ने 75 वर्षों में पहली बार उड़ानें शुरू की हैं। बयान में कहा गया है, “उत्तर-पूर्व में विमानों की आवाजाही में भी 2014 के बाद से 113 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो 2014 में 852 प्रति सप्ताह से बढ़कर 2022 में 1817 प्रति सप्ताह हो गई है।”

हवाई अड्डे का नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सूर्य (दोन्यी) और चंद्रमा (पोलो) के प्रति इसकी सदियों पुरानी स्वदेशी श्रद्धा को दर्शाता है।

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Written By

Om Pratap

First published on: Nov 19, 2022 08:41 AM

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