Parliament Special Session First Day: संसद का विशेष सत्र की आज शुरुआत हो गई है। पांच दिनों के विशेष सत्र में पहले दिन भारतीय संसद की समृद्ध विरासत को याद किया जाएगा। साथ ही 2047 तक ‘भारत’ को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया जाएगा। सदन की शुरुआत पुरानी बिल्डिंग में होगी, मंगलवार से संसद के विशेष सत्र की कार्यवाही नए भवन में शिफ्ट कर दी जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पांच दिनों के स्पेशल सेशन में 8 विधेयकों पर चर्चा और उसे पारित करने के लिए लिस्टेड किया गया है। इससे पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक में कश्मीर में शहीद सेना और पुलिस के अधिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए मौन धारण किया गया।
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सोमवार से पांच दिन के लिए संसद का विशेष सत्र शुरू होने वाला है, जिसके लिए कुल 8 बिल लिस्टेड हैं। पहले दिन की शुरुआत पुराने संसद भवन में होगी। 19 सितंबर को पुरानी संसद में ही फोटो सेशन होगा। इसके बाद 11 बजे सुबह सेंट्रल हॉल में एक समारोह होगा। फिर हम संसद की नई बिल्डिंग में प्रवेश कर जाएंगे और नियमित संसदीय काम-काज शुरू हो जाएगा।
आज संसद में आयोजित सर्वदलीय बैठक में कश्मीर में शहीद हुए सेना एवं पुलिस के हमारे अधिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए मौन धारण किया।
---विज्ञापन---कल से पांच दिन के लिए संसद का विशेष सत्र शुरू होने वाला है, जिसके लिए कुल 8 बिल listed हैं।
पहले दिन सत्र की बैठक पुराने संसद भवन में होगी। अगले… pic.twitter.com/PooLcJHuLu
— Pralhad Joshi (Modi Ka Parivar) (@JoshiPralhad) September 17, 2023
संसद के विशेष सत्र के लिए सरकार के एजेंडे में क्या है?
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद पटेल ने पहले बताया था कि संसद के विशेष सत्र में चार बिल पेश होंगे। इनमें 1. मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, शर्तें और पद अवधि) बिल, 2023, 2. एडवोकेट्स अमेंडमेंट बिल 2023, 3. प्रेस एवं रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियॉडिकल्स बिल 2023 और 4. पोस्ट ऑफिस बिल, 2023 शामिल था।
रविवार को संसद में सर्वदलीय बैठक के बाद सदन के नेताओं को जानकारी दी गई कि सीनियर सिटीजन के कल्याण पर एक विधेयक के साथ-साथ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आदेश से संबंधित 3 विधेयकों को एजेंडे में जोड़ा गया है। यानी अब सरकार के एजेंडे में कुल आठ विधेयक हैं।
महिलाओं के लिए कोटा सुनिश्चित करने के लिए विधेयक की मांग
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा समेत अन्य पार्टी के नेताओं की राय है कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए कोटा सुनिश्चित करने के लिए एक विधेयक लाया जाए। मांग पर सरकार के रुख के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री जोशी ने कहा कि सरकार उचित समय पर उचित निर्णय लेगी।
इससे पहले संसद के विशेष सत्र में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक और इंडिया का नाम बदलकर भारत करने से संबंधित बिल लाने की अफवाह थी। बता दें कि संसद के विशेष सत्र में भी विपक्ष अपने मुद्दों को लेकर हंगामा कर सकता है। इनमें INDIA नाम विवाद, चीन की ओर से जारी मैप, वन नेशन-वन इलेक्शन, अडाणी मामला, मणिपुर हिंसा आदि शामिल है।
इस बार के विशेष सत्र में क्या खास?
संसद के विशेष सत्र में इस बार पहली बार होगा कि कार्यवाही पुराने भवन में शुरू होगी, जबकि सत्र का समापन संसद के नए भवन में होगा। इसके अलावा नए संसद भवन में कर्मचारी कल से नई ड्रेस पहनेंगे। नए ड्रेस में नेहरू जैकेट और खाकी रंग की पैंट शामिल है। इसके अलावा मार्शलों की ड्रेस में भी बदलाव किया गया है। मार्शल अब मणिपुरी पगड़ी भी पहनेंगे। वहीं, संसद भवन के सुरक्षाकर्मी सफारी सूट की जगह सेना की तरह कैमोफ्लॉज ड्रेस पहनेंगे।
चैंबर अटेंडेंट सफेद शर्ट और नेहरू जैकेट पहनेंगे, जबकि महिलाएं साड़ी और गुलाबी रंग की कोट पहनेंगी।
बता दें कि संसद के नए भवन को 64 हजार 500 वर्ग मीटर में बनाया गया है, जो पुराने संसद भवन से 17 हजार वर्ग मीटर बड़ा है। नया संसद भवन चार फ्लोर का है। इसमें अलग-अलग दरवाजों को नाम दिया गया है। संसद के नए भवन में तीन अलग-अलग दरवाजों के नाम ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार दिया गया है। भवन में सांसदों और वीआईपी की एंट्री के लिए अलग-अलग एंट्री गेट बनाया गया है।