Parliament Session 2024 Update: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी होती है। हम सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं। देश को एक जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है। वहीं 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन सभी विपक्षी सांसदों के भी संसद पहुंचने का सिलसिला जारी है। इस बीच विपक्षी सांसदों के हाथ में संविधान की काॅपी भी नजर आई। यह पहले से तय था। संसद में प्रवेश से पहले सभी विपक्षी सांसदों ने एकता का प्रदर्शन करते हुए महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने खड़े होकर फोटो खिंचवाया।
#WATCH | Akhilesh Yadav, Dimple Yadav and all other MPs of Samajwadi Party arrived at the Parliament this morning, by carrying a copy of the Constitution of India. pic.twitter.com/eJBofV9Wwd
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 24, 2024
इस दौरान टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय कहा कि हमारी मांग देश के संविधान की रक्षा करना है। भारत और बांग्लादेश के बीच समझौते होते हैं लेकिन वे पश्चिम बंगाल सरकार को नहीं बुलाते हैं, और सब कुछ एकतरफा करते हैं। हमें इस 18वीं लोकसभा के पहले दिन से ही इसकी रक्षा करनी है।
#WATCH | TMC MP Sudip Bandhopadhyay says, “Our demand is to protect the constitution of the country…Agreements happen between India and Bangladesh but they do not call the West Bengal government, and do everything one-sidedly…We have to protect it from the first day of this… pic.twitter.com/s4OasvQk3K
— ANI (@ANI) June 24, 2024
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि हम इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा संविधान का उल्लंघन किया गया है। जिस तरह से प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति की गई है, वह संवैधानिक प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है और पहले की मिसालों का भी स्पष्ट उल्लंघन है।
#WATCH | Delhi: TMC MP Kalyan Banerjee says, “We are protesting because the provisions of the Constitution have been violated. The Constitution has been violated by the Narendra Modi government. The way the pro-tem speaker has been appointed is a clear violation of the… pic.twitter.com/BWH3Ikrrew
— ANI (@ANI) June 24, 2024
सत्तारूढ़ पार्टी अपना अहंकार नहीं भूली
वहीं प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी अपना अहंकार नहीं भूली है। हम देख सकते हैं कि वे देश के प्रमुख विषयों की अनदेखी कर रहे हैं। भारत का पूरा दलित समुदाय एक ऐतिहासिक दृश्य देख सकता है यदि के. सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता। आज भाजपा न केवल कांग्रेस, इंडिया गठबंधन और के. सुरेश की उपेक्षा की है, बल्कि पूरे दलित समुदाय की उपेक्षा की है
#WATCH | Congress MP Gaurav Gogoi says, ” The ruling party hasn’t forgotten their haughtiness…we can see that they are ignoring the key subjects of the country…the whole Dalit community in India could witness a historic seen if K Suresh were appointed as Pro-tem… pic.twitter.com/fAroK5Lo3P
— ANI (@ANI) June 24, 2024
इससे पहले आज भाजपा सांसद भर्तुहरि महताब को सुबह 10 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ दिलाई। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद रहे। उधर कांग्रेस प्रोटेम स्पीकर का विरोध कर रही है। विपक्ष ने कहा कि सरकार ने नियमों को दरकिनार कर उनको प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। उनकी जगह के सुरेश को सांसद बनाया जाना चाहिए था। वे 8वीं बार सांसद बने हैं। जबकि भृर्तुहरि महताब 7वीं बाद सांसद बने हैं।
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