Rahul Gandhi Statement On Parliament Security Breach: 13 दिसंबर 2023 को संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी का बयान सामने आया है। उन्होंने संसद पर हमले की वजह बेरोजगारी और महंगाई को ठहराया है। आज पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने संसद पर हमले के मुद्दे पर खुलकर बात की और केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी, जिसके कारण ही संसद पर हमला हुआ। बेशक संसद की सुरक्षा में चूक हुई, लेकिन ऐसा बेरोजगारी के कारण हुआ। महंगाई और बेरोजगारी ने ही चारों युवाओं को ऐसी हरकत करने को मजबूर हुआ। इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोचना चाहिए कि इसका समाधान क्या हो सकता है?
#WATCH | On Parliament security breach incident, Congress MP Rahul Gandhi says, “Why did this happen? The main issue in the country is unemployment. Due to the policies of PM Modi, the youth of the country are not getting employment and the reason behind (this incident) is… pic.twitter.com/iVNrp6xtpv
— ANI (@ANI) December 16, 2023
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भाजपा को सिर्फ राजनीति करने वाली पार्टी बताया
राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि संसद की सिक्योरिटी को भेद कर 4 लड़के लोकसभा गैलरी तक पहुंच गए। धुंआ-धुंआ फैला दिया, वे कुछ भी कर सकते थे, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? क्यों वे लड़के ऐसा करने को मजबूर हुए? देश के युवाओं में यह कैसा उबाल है कि जानते बुझते हुए जान का रिस्क उठाया। पता है कि संसद की सुरक्षा कड़ी है, फिर भी उसे भेदने की हिम्मत की। वहीं, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि BJP को बस राजनीति करनी आती है। संसद में हमले के मुद्दे पर भी राजनीति ही की जा रही है। भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह तीनों मिलकर इस गंभीर मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
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हमलावरों को सदन तक पहुंचाने वाले पर कार्रवाई की मांग
सांसद राहुल गांधी ने भाजपा के दावों को खोखला बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा नए संसद भवन को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है। इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित इमारत बताती है। फिर भी वे कौन लोग हैं, जिन्होंने हमलावरों को अंदर आने दिया? सांसदों की परमिशन के बिना किसी को पास नहीं मिलता, फिर वे कैसे सदन की गैलरी तक पहुंच गए? इतनी बड़ी घटना होने के बाद सुरक्षा पर सवाल उठना स्वाभाविक है। सुरक्षा के मुद्दे पर आवाज उठाने वाले सांसदों को निलंबित करना कितना सही है? उसे अभी तक पकड़ा नहीं गया है, जिसके कारण हमलावर सदन की गैलरी तक पहुंच गए। आखिर कब तक इस तरह के हमले देश की ऐतिहासिक इमारतों पर होते रहेंगे?