What Is Cabinet Committee on Security: 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 27 मासूम लोगों की जान चली गई है। इस आतंकी हमले से देश के लोगों में आक्रोश है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए कई अहम फैसले लिए हैं जिससे पाक की हवाइयां उड़ गई। इसी बीच मोदी ने बुधवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सीसीएस कमेटी एक्टिव हो गई है जिसमें पाक के खिलाफ कई बड़े फैसले जैसे वीजा रद्द, सिंधु जल समझौता कैंसिल, पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश और अटारी वाघा बॉर्डर बंद करने जैसे 5 फैसलने धड़ाधड़ लिए गए। आइए जानते हैं क्या है कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी?
क्या है कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी?
जान लें कि जब देश की सुरक्षा पर खतरा मंडराता है और देश खतरे में होता है तो सभी की नजर एक खास कमेटी पर होती है। इसकी अगुवाई प्रधानमंत्री ही करते हैं और इसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री भी शामिल होते हैं। उसे कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) का नाम दिया गया है। ये कमेटी तय करती है कि अब देशहित के लिए क्या कदम उठाना है। वो वहां पर सेना भेजती है और खुफिया एजेंसियों के माध्यम से कूटनीतिक तरीके अपनाती है।
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बड़े हमले पर ही होती है सीसीएस की बैठक
पता हो कि सीसीएस तभी बैठक करती है और कोई निर्णय लेती है जब कोई बड़ा हमला होता है। ऐसा ही पहलगाम अटैक के बाद नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुआ और कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक हुई। इसके बाद कमेटी एक्टिव हो चुकी है। जान लें कि यह कमेटी सीमा पर तनाव बढ़ने, कोई रणनीतिक फैसला लेने और किसी देश से संबंध बिगड़ने की नौबत आने पर ही एक्टिव होती है। ये कमेटी गुप्त तरीके से काम करती है।
कैसे होता है सीसीएस कमेटी का गठन
अब ये जान लेते हैं कि सीसीएस कमेटी का गठन कैसे होता है। दरअसल प्रधानमंत्री डिसाइड करता है कि इस कमेटी में कौन से मंत्री शामिल होंगे। इस कमेटी में सदस्यों की संख्या कम होती है, आमतौर पर सिर्फ 3 से 8 सदस्य ही होते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि आठ कमेटियां अलग-अलग मुद्दों पर काम कर रही हैं।
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