पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है। इस दौरान सुबह जहां उधमपुर में डूडू बसंतगढ़ एरिया में सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ हुई, वहीं दोपहर में कठुआ जिले के बिलावर इलाके में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को घेर लिया। सुरक्षाबलों की आतंकियों से चौथी मुठभेड़ चल रही है। अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। घने जंगल को चारों तरफ से घेर लिया गया है।
उधमपुर में आतंकियों और सुरक्षाबलों में एनकाउंटर हुआ, जिसमें एक जवान के शहीद होने की खबर आई। सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जम्मू कश्मीर में पिछले 24 घंटे में तीसरा एनकाउंटर हुआ है। उधमपुर के डूडू बसंतगढ़ में सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेरा हुआ है। इससे पहले 23 अप्रैल को कुलगाम में तंगमर्ग इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस इलाके में आतंकी एक घर में छिपे थे।
23 अप्रैल की सुबह बारामूला के उरी सेक्टर में LOC के पास सेना ने घुसपैठ की कोशिश करते 2 आतंकियों को ढेर कर दिया था। आतंकियों के शवों के पास से सेना के जवानों को 2 असॉल्ट राइफल, गोला-बारूद, युद्ध से जुड़ा सामान, कारतूस, पाकिस्तानी करेंसी, चॉकलेट, सिगरेट के पैकेट बरामद हुए थे। सेना को शक है कि उरी में मारे गए आतंकियों का कनेक्शन पहलगाम में नरसंहार करते हुए 27 लोगों की जान लेने वाले आतंकियों से हो सकता है।
Based on specific intelligence, a joint operation with Jammu and Kashmir Police was launched today in Basantgarh, Udhampur. Contact was established, and a fierce firefight ensued. One of our Bravehearts sustained grievous injuries in the initial exchange and later succumbed… pic.twitter.com/klN9RqL1Rq
— ANI (@ANI) April 24, 2025
लगातार हो रही आतंकियों से मुठभेड़
बता दें कि गत 12 अप्रैल को अखनूर में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 9 पंजाब रेजिमेंट के JCO कुलदीप चंद शहीद हुए थे। अखनूर के केरी बट्टल इलाके में एनकाउंटर हुआ था। इससे पहले 11 अप्रैल को किश्तवाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को ढेर किया था, जो जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी थे। मारे गए आतंकियों में जैश का टॉप कमांडर सैफुल्लाह भी था। 4 और 5 अप्रैल की रात को आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तानी घुसपैठिए को ढेर किया गया था।
1 अप्रैल को कृष्णा घाटी सेक्टर के फॉरवर्ड एरिया में हुए एनकाउंटर में 4-5 घुसपैठिये ढेर किए गए थे। 30 दिन में कठुआ में सुरक्षाबलों की आतंकियों के साथ 3 मुठभेड़ हुईं। 23 मार्च को हीरानगर सेक्टर में मुठभेड़ हुई थी। पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट के 5 आतंकवादियों के उस इलाके में होने की खबर थी, लेकिन वे फरार हो गए थे। 28 मार्च को हुई मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए थे। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के 4 जवान तारिक अहमद, जसवंत सिंह, जगबीर सिंह और बलविंदर सिंह इस मुठभेड़ में शहीद हुए थे।
DSP धीरज सिंह समेत 3 जवान घायल हुए थे। 31 मार्च को पंजतीर्थी मंदिर के पास आतंकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई थी। सेना ने राजबाग के रुई, जुथाना, घाटी, सान्याल, बिलावर में सर्च ऑपरेशन चलाया था।