ऑपरेशन जल राहत: असम और मणिपुर में लगातार हो रही भारी बारिश से आम लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। इस स्थिति को संभालने के लिए सेना और पैरामिलिट्री फोर्स लगातार लोगों की मदद कर रही है। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। न्यूज24 को मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों को सेना के कैंप में सुरक्षित पहुंचाया गया है। इसके अलावा, राहत शिविर में खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। सबसे ज्यादा तबाही वांगखाई, हेंगांग, लामलोंग, खुरई, JNIMS अस्पताल और अहल्लुप जैसे इलाकों में हुई है।
सेना ने चलाया विशेष अभियान
यहां पर सेना ने विशेष अभियान चला रखा है। सेना के इंजीनियरों की 10 फ्लड रिलीफ टीमें, जिनके पास BAUTs और रबर की नावें हैं, राहत कार्य में जुटी हुई हैं। इसके साथ ही, थोउबल जिले के अरापटी लमखाई क्षेत्र में इरिल नदी के टूटे तटबंध की मरम्मत भी की जा रही है। यह मरम्मत इसलिए भी की जा रही है ताकि पानी का बहाव गांव की तरफ नहीं हो पाए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। आपको बता दें, अब तक लाखों लोग इस कहर से प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने 5 जून 2025 को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश हुई है। फिलहाल, ताजा जानकारी यह है कि कुछ घंटों से बारिश रुकी हुई है। लगातार बारिश होने की वजह से चापकी नदी में उफान आने के बाद बाढ़ राहत दल के साथ सेना भी एक्शन मोड में है।
बता दें, असम और मणिपुर में लगातार बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इससे आम लोगों का जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। ऐसे में भारतीय सेना लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है।
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