केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने यूएस से प्राप्त इनपुट के आधार पर ऑपरेशन हॉक शुरू किया था। अब मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन बाल यौन शोषण के मामलों से जुड़े बड़े साइबर अपराध नेटवर्क पर एक्शन लिया गया है। सीबीआई की अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन डिवीजन ने शेख मुइज अहमद नामक आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-506 के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा-66D और पॉक्सो अधिनियम 2012 की धारा-11 के साथ धारा-12 के तहत मामला दर्ज किया था। आरोपों के अनुसार मार्च 2024 के दौरान मैंगलोर के रहने वाले शेख मुइज़ अहमद ने ‘हाइजेनबर्ग7343’ उपयोगकर्ता नाम के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘डिस्कॉर्ड’ के जरिए यूएसए की नाबालिग लड़की के साथ ऑनलाइन चैट की थी। आरोपी ने नाबालिग को आपत्तिजनक चैट करने के लिए प्रेरित किया।
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उसने नाबालिग को आपत्तिजनक फोटो/वीडियो साझा करने के लिए कहा। आरोपी ने धमकी दी कि ऐसा नहीं करने पर उसे नतीजे भुगतने होंगे। मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई ने आरोपी के मुंबई और मैंगलोर स्थित ठिकानों पर रेड की थी। इस दौरान आरोपी का मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सीबीआई ने जब्त किए थे। इनमें नाबालिग के साथ आपत्तिजनक चैट करने के सबूत भी मिल गए थे। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
#BREAKING | CBI launches Operation Hawk to combat international online child sexual exploitation, acting on U.S. intel.
---विज्ञापन---Sheikh Muizz Ahmed (Mangaluru) arrested for exploiting minor girls via Discord, while Mukul Saini (Delhi) remains under investigation. Electronic evidence… pic.twitter.com/vgKwFO2w8o
— Organiser Weekly (@eOrganiser) April 30, 2025
दूसरे मामले में भी एक्शन
इसके बाद सीबीआई ने मुकुल सैनी नामक एक और आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा-506 के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा-67 और पॉक्सो अधिनियम 2012 की धारा-11 और 15 के साथ धारा-12 के तहत एक और मामला दर्ज किया था। दिल्ली निवासी आरोपी मुकुल सैनी ने 2023-24 के दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘डिस्कॉर्ड’ के जरिए ‘इजुमी#9412’, ‘इजुमी#7070’, ‘डेडएड#6873’ और ‘अरिसू’ आईडी के जरिए यूएस की एक और नाबालिग लड़की के साथ ऑनलाइन चैट की। चैट के दौरान आरोपी ने नाबालिग लड़की को आपत्तिजनक तस्वीरें/वीडियो साझा करने के लिए कहा। आरोपी ने पीड़िता के आपत्तिजनक फोटो वायरल करने की भी धमकी दी।
2 ऑपरेशन किए शुरू
सीबीआई ने केस दर्ज करने के बाद आरोपी के घर रेड की थी। आरोपी के मोबाइल फोन और कंप्यूटर हार्ड डिस्क से पता लगा कि उसने किस तरह लड़की को ब्लैकमेल किया? सीबीआई ने बताया कि ऑनलाइन बाल यौन शोषण के खतरे से निपटने और वैश्विक स्तर पर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वह प्रतिबद्ध है। ऐसे मामलों से निपटने के लिए सीबीआई ने 2021 में ऑपरेशन कार्बन और 2022 में ऑपरेशन मेघ चक्र शुरू किया था।
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