आखिर प्लेन गया तो गया कहां? इस दुनिया में ऐसे कई हादसे हुए हैं, जो अब तक अनबूझी पहेली बने हुए हैं। ऐसा ही एक हादसा अमेरिका का है। 29 यात्रियों और 3 क्रू मेंबर को लेकर एक प्लेन ने उड़ान तो भरी लेकिन आज तक लैंड नहीं हो पाई है। 75 साल से प्रशासन को इस विमान की तलाश है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। 28 दिसंबर यानी आज ही के दिन 1948 में प्यूर्टो रिको के सान जुआन से इस विमान ने फ्लोरिडा के मियामी के लिए उड़ान भरी थी। मगर बीच आसमान में यह कहां लापता हो गया, आज तक पता नहीं चल सका है।
28 दिसंबर की वो काली रात, जिस दिन डगलस डीएसटी एयरलाइन से एक फ्लाइट ने उड़ान भरी थी। प्यूर्टो रिको के सान जुआन से फ्लोरिडा के मियामी के लिए उड़ान भरे विमान में पायलट रॉबर्ट लिनक्विस्ट, कॉ-पायलट अर्नेस्ट हिल और एक क्रू मेंबर मैरी बर्क के साथ 29 यात्री मौजूद थे। एक दिन पहले ही पायलट लिनक्विस्ट ने प्लेन की खराबी को लेकर जानकारी दी थी। उन्होंने 27 दिसंबर की रात को लॉकल रिपेयर क्रूमैन को बताया था कि लैंडिंग गियर की लाइट नहीं जल रही है, प्लेन की बैट्री भी डिस्चार्ज है और पानी भी कम है।
यह भी पढ़ें : Andes Plane Crash: जिंदा रहने के लिये 16 लोगों ने खाया साथियों का मांस
पहले ही पायलट ने प्लेन की खामियों के बारे में बताया था
प्लेन में इन खामियों को दूर करने में काफी वक्त लग रहा था, जिससे उड़ान में देरी हो रही थी। इस पर पायलट लिनक्विस्ट ने कहा कि रास्ते में प्लेन के जनरेटर से बैट्रियों को चार्ज कर लिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने पहले विमान को रनवे पर दौड़ाया था तो पाया कि बैट्री डिस्चार्ज होने की वजह से रेडियो कम्युनिकेशन नहीं पा रहा था। इसके बाद पायलट ने रात 22:03 बजे उड़ान भर दी और उन्होंने सिविल एयरोनॉटिक्स एडमिनिस्ट्रेशन (सीएए) को सूचना दी कि उनकी फ्लाइट फ्लोरिडा के मियामी के लिए आगे बढ़ रही है।
जमीन लील ली या आसमान निगल गया, कहां गया विमान
आसमान में मौसम साफ था। पायलट ने अंतिम बार सूचना दी थी कि विमान 8,300 फीट (2,500 मीटर) की ऊंचाई पर है। पूरी रात पायलट द्वारा उड़ान की दी गई सूचना सही थी या गलत, यह कहना संभव नहीं है। जब विमान मियामी के नजदीक पहुंचा तो उसका संपर्क टूट गया। इसके बाद विमान कहां लापता हो गया है, इसके बारे में आजतक किसी को कुछ जानकारी नहीं है।