New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा सोमवार की शाम दिल्ली में बुद्ध जयंती पार्क पहुंचे। यहां दोनों प्रधानमंत्रियों ने बोधि वृक्ष पर प्रार्थना की। पुष्प भी चढ़ाए। इसके बाद दोनों नेताओं ने जापान-भारत के संबंधों पर टहलते हुए चर्चा की।
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और पीएम नरेंद्र मोदी ने पार्क में गोलगप्पे खाए, लस्सी पी और आम पना का भी लुत्फ उठाया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi and Japanese PM Fumio Kishida visit Buddha Jayanti Park in Delhi. The Japanese PM also tried Gol Gappe, Lassi and Aam Panna here.
(Source: DD News) pic.twitter.com/sC3khaR31v
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) March 20, 2023
पीएम किशिदा ने जी-7 बैठक का दिया न्योता
दरअसल, जापान के प्रधानमंत्री चार दिवसीय दौरे पर सोमवार सुबह भारत आए हैं। इसके बाद हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ उनकी बैठक हुई। किशिदा ने पीएम मोदी को इस साल मई में हिरोशिमा में होने वाले जी-7 नेताओं की बैठक के लिए आमंत्रित किया है।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi and Japanese PM Fumio Kishida visit Buddha Jayanti Park; also visit the Bal Bodhi Tree at the park.
(Source: DD News) pic.twitter.com/AM3FjsWNlk
— ANI (@ANI) March 20, 2023
पीएम ने भेंट की चंदन से बनी बुद्ध प्रतिमा
इससे पहले पीएम मोदी ने जापान के पीएम फुमियो को कदमवुड जॉली बॉक्स में लगी चंदन की बुद्ध प्रतिमा भेंट की है। यह प्रतिमा कर्नाटक में बनाई गई है।
Prime Minister Narendra Modi gifts a Sandalwood Buddha Statue from Karnataka in Kadamwood Jali Box to Japanese PM Fumio Kishida. pic.twitter.com/L70pjFYMow
— ANI (@ANI) March 20, 2023
पीएम ने कहा-मैंने आमंत्रण स्वीकार किया
पीएम ने कहा कि आज जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मुझे G7 नेताओं के शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया है जो मई में हिरोशिमा में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं।
उन्होंने कहा कि हमारी मुलाकात एक और कारण से भी विशेष है। इस साल भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है और जापान G7 की इसलिए अपनी अपनी प्राथमिकताओं और हितों पर साथ मिल कर काम करने का यह उत्तम अवसर है। आज मैंने प्रधानमंत्री किशिदा को भारत की जी20 अध्यक्षता की प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि G20 अध्यक्षता का महत्वपूर्ण स्तंभ ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आवाज देना है। भारत-जापान विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी हमारे सांझा लोकतांत्रिक मूल्य और अंतरराष्ट्रीय पटल पर कानून के शासन के सम्मान पर आधारित है।