नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में होने जा रहा है दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन, जी हां G20 का आयोजन, और इसी आयोजन के बहाने हमारी वायुसेना अपनी ताकत दिखाने के लिए बेकरार है, अगर दुश्मन किसी हमले की फिराक में लगा हुआ तो हमारी वायुसेना उसके हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार है।
इंडियन एयरफोर्स की अचूक तैयारी
इंडियन एयरफोर्स ने ऐसा सुरक्षा का जाल बनाया है कि अगर इस सुरक्षा जाल में दुश्मन फंसा तो उसे निकल पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा, और इस सुरक्षा जाल का वायुसेना ने नाम दिया है, ऑपरेशन डायरेक्शन सेंटर ( ओडीसी), अब ओडिसी को भी एक टास्क दिया गया है, यानी अगर खतरे की संभावना बनी तो इसकी जिम्मेदारी ओडिसी की ही होगी, की इससे कैसे निपटना है और कौन से आर्म्स का इस्तेमाल करना है।
यह भी पढ़ें- बिहार के दरभंगा में बड़ा हादसा, नाव पलटने से पांच लोगों की मौत, मरने वालों में तीन बच्चे शामिल
धरती से लेकर आसमान तक रहेगी दुश्मन पर नजर
आपको बता दें, कि शिखर सम्मेलन के वक्त इंडियन एयरफोर्स के घातक विमान हवाई सुरक्षा में तैनात रहेंगे। यहां तक कि मध्यम दूरी की मिसाइल को भी अलर्ट मोड पर तैनात कर दिया गया है, इसके अलावा मेक इन इंडिया के तहत बना एयरक्राफ्ट नेत्रा और अवाक्स भी हवाई सुरक्षा में तैनात रहेगा। रफाल, मिराज 2000 और सुखोई 30 को 24 घंटे तैयार रखा गया है। जी समिट के दौरान दिल्ली एनसीआर में किसी तरह के यूएवी, पैरा ग्लाइडर, गर्म हवा के गुब्बारे और माइक्रोलाइट विमान को उड़ाने की इजाजत नहीं होगी।
दिल्ली पुलिस और प्रशासन को हर तरह का सहयोग करेगी सेना
जी-20 सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सेना ने भी कमर कस ली है। इसके लिए थल सेना और वायुसेना ने फूलप्रूफ प्लान बनाया है। एक तरफ सुरक्षा के किले को अभेद्य बनाएगी तो दूसरी तरफ प्रशासन को मदद करेगी। करीब 15 से ज्यादा ऐसे डॉग्स सक्रिय रहेंगे, जो विस्फोटक सामग्री रहने की स्थिति में उसे सूंघकर तुरंत सबको अलर्ट कर देंगे। पांच से दस बम डिस्पोजल स्क्वाड भी तैनात रहेंगे।
सुरक्षा में डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ता होगा शामिल
बता दें कि एक टीम में चार से पांच जवान होते हैं। ऐसे ट्रेंड टेक्नीशियन होते हैं जो बम का पता लगने पर उसे आसानी से डिफ्यूज कर सकते हैं। G20 समिट की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस का सहयोग भारतीय सेना का डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ता कर रहा है। इनका काम होता है एन्टी सबोटाज। इनका मुख्यत: काम होता है एरिया को सेनिटाइज करना, और कहीं कोई संदिग्ध आईईडी दिखे तो उसे डिफ्यूज करना।