नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली संसद में आज वक्तव्य देंगे। पिछले दिनों इस तरह की रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि ओली ने सत्ताधारी नेपाल-यूएमएल (Nepal-UML) पार्टी की बैठक में कहा था कि नेपाल में ‘राजशाही आंदोलन’ के पीछे भारत का हाथ है और भारत नेपाल में राजशाही की वापसी चाहता है। अब नेपाल-यूएमएल की तरफ से प्रेस रिलीज के अनुसार ओली के प्रस्तावित वक्तव्य से जुड़ी आशंका को खारिज किया गया है। इसके साथ ही दोनों देशों के प्रगाढ़ सांस्कृतिक संबंधों का हवाला भी दिया गया है।
ऐसे में नजरें प्रधानमंत्री ओली के आज के वक्तव्य पर हैं। पिछले कुछ समय से नेपाल में राजशाही की वापसी की मांग तेज हुई है। राजा ज्ञानेन्द्र देश भर में घूम रहे हैं और उन्हें समर्थन भी मिल रहा है। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या राजा ज्ञानेंद्र को ओली सरकार द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है।
कम्युनिस्ट पार्टी की हुई थी मीटिंग
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