NEET UG 2024 Result Controversy: NEET-UG एग्जाम पेपर लीक मामले पर भारत सरकार ने आज अपना पक्ष रखा। दोपहर 2 बजे केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और नीट एग्जाम दोबारा कराने को लेकर सरकार का रवैया स्पष्ट किया। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के उच्च शिक्षा सचिव सुबोध कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और एग्जाम रिजल्ट को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि पेपर दोबारा होगा या नहीं, इसका फैसला उच्च स्तरीय जांच कमेटी की सिफारिश पर होगा।
LIVE: Press Conference by Ministry of Education @EduMinOfIndia @PIB_India https://t.co/CNqj7hg3hW
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) June 8, 2024
---विज्ञापन---
यह भी पढ़ें:नीतीश कुमार को PM पद हुआ था ऑफर, लेकिन…JDU नेता केसी त्यागी का बड़ा दावा
24 लाख नहीं, 1600 स्टूडेंट्स का विवाद
उच्च शिक्षा सचिव ने बताया कि 6 सेंटरों और 1600 कैंडिडेट का विवाद है, जिसके सामने आते ही एक कमेटी बनाकर जांच की गई। सभी 24 लाख बच्चों का नहीं, बल्कि 1563 बच्चों को ग्रेस मार्क्स पर आपत्ति की गई है। एग्जाम में, रिजल्ट जारी करने में पूरे देश में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। एग्जाम कराने और रिजल्ट जारी करने में पूरी पारदर्शिता बरती गई। इसलिए एग्जाम देने वाले 24 लाख स्टूडेंट्स चिंता न करें।
राजस्थान, हरियाणा के एग्जाम सेंटरों पर पेपर देने वाले बच्चे एग्जाम पेपर (NEET UG 2024 ) लेकर सेंटर से बाहर आ गए थे, लेकिन उनसे पेपर वापस ले लिए गए थे। शिक्षा मंत्रालय की ओर से अब एक उच्च स्तरीय शिकायत निवारण समिति के गठन की घोषणा की गई है। यह समिति कैंडिडेट्स द्वारा की गई शिकायतों का गहन विश्लेषण करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि सभी मुद्दों का निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से समाधान किया जाए।
यह भी पढ़ें:Modi 3.0 Oath Ceremony: दिल्ली पुलिस की एडवाइजरी जारी, चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी भी कैंसिल
समिति की सिफारिश पर अगला फैसला लिया जाएगा
उच्च शिक्षा सचिव ने कहा कि करीब 1563 कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स मिले है। 790 कैंडिडेट ग्रेस मार्क्स से ही क्वालिफाई हो पाए। बाकी कैंडिडेट के नंबर या तो नेगेटिव होंगे या वे पेपर में ही पास नहीं हो पाए होंगे। आंसर देने की योग्यता के हिसाब से अलग-अलग तरीके से ग्रेस मार्क्स दिए जाते हैं। अगर एग्जाम सेंटरों पर गड़बड़ी हुई और जांच में आरोप सही मिले तो एग्जाम सेंटरों और उनके सुपरिंटेंडेंट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
UPSC के पूर्व अध्यक्ष के नेतृत्व में एक जांच समिति बनाई गई है। इसमें कई शिक्षाविदों को मेंबर बनाया गया है। यह समिति विवाद की जांच करेगी। 7 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश समिति को दिया गया है। इस समिति की सिफारिश पर ही आगे का फैसला लिया जाएगा। शिक्षा सचिव ने कहा कि जो भी फैसला लिया जाएगा, उसका असर सिर्फ 1600 स्टूडेंट्स पर पड़ेगा। अन्य 24 लाख स्टूडेंट्स इससे प्रभावित न हो, सुनिश्चित किया जाएगा।
आखिर क्या है विवाद?
बता दें कि NEET-UG एग्जाम देने वाली शिवांगी मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके पेपर दोबारा करवाने की मांग की है। शिवांगी ने एग्जाम में धांधली होने का आरोप लगाया है। 4 जून को एग्जाम का रिजल्ट सामने आने के बाद सवाल उठने पर पेपर लीक के आरोप लगे और देश की सियासत गरमा गई। 5 मई 2024 को NEET-UG एग्जाम लिया गया था।
एग्जाम से पहले भी पेपर लीक होने के सवाल उठे थे, लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। रिजल्ट आने के बाद सिर्फ 67 कैंडिडेट के टॉप करने पर सवार उठे। इन 67 टॉपर्स में से 8 टॉपर एक ही सेंटर पर एग्जाम देने वाले स्टूडेंट हैं। इन सभी ने 720 में से 720 नंबर लिए। इसलिए पेपर लीक होने का दावा करते हुए एग्जाम दोबारा कराने की मांग की गई।