रविवार को एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। बैठक के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे. पी. नड्डा ने बताया कि इस बैठक में एनडीए के 18 मुख्यमंत्री और 18 उपमुख्यमंत्री मौजूद थे।बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जातिगत जनगणना को लेकर प्रस्ताव पेश किए गए। जातिगत जनगणना के प्रस्ताव पर सभी उपस्थित सदस्यों ने सहमति जताई।
हम जाति की राजनीति नहीं करते-जेपी नड्डा
जेपी नड्डा ने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की सराहना की। उन्होंने कहा, “हम जाति की राजनीति नहीं करते, बल्कि वंचित, पीड़ित और शोषित वर्गों को मुख्यधारा में लाने की बात करते हैं। यह समाज की ज़रूरत है। कैबिनेट ने पीएम मोदी के नेतृत्व में जातिगत जनगणना को मंजूरी दी है और यह प्रस्ताव पारित हो गया है।”
ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए जेपी नड्डा ने बताया कि यह प्रस्ताव बैठक में सबसे पहले लाया गया था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस सैन्य अभियान में जो बहादुरी दिखाई गई, उसकी बैठक में सभी ने सराहना की और यह प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित हुआ।
आपातकाल को पूरे हो रहे 50 साल, NDA करेगा पर्दाफाश
जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि 25 और 26 जून को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर एनडीए इसका पर्दाफाश करेगा और जनता को उन लोगों के बारे में बताएगा, जिन्होंने लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की थी।
Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami attended the meeting of the Council of Chief Ministers chaired by Prime Minister Narendra Modi in New Delhi today along with Chief Ministers and Deputy Chief Ministers of other states. The Chief Minister said that on this occasion,… pic.twitter.com/zrdfJlZ5mr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 25, 2025
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने आगे बताया कि बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर चर्चा की और बताया कि अब तक इस दिशा में क्या कदम उठाए गए हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलवाद की स्थिति पर प्रकाश डाला, वहीं असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने बाल विवाह के मुद्दे को उठाया।
पीएम मोदी ने दी नसीहत
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में दिनभर चली इस बैठक में सुशासन के मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने बीजेपी के नेताओं की बयानबाजी को लेकर नसीहत दी है। पीएम मोदी ने कहा कि वाणी पर संयम रखें, अनावश्यक बयानबाजी से बचें। नेता कहीं भी कुछ भी बोलने से परहेज करें। बता दें कि हाल ही में मध्यप्रदेश, हरियाण के बीजेपी नेता अपनी बयानबाजी से पार्टी की किरकिरी करा चुके हैं।