NCERT Books Bharat Written Instead of India: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की ओर से किताबों के अगले सेट को India (इंडिया) के बजाय ‘भारत’ लिखने के प्रस्ताव को सभी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया है। पैनल के सदस्यों में से एक सीआई इस्साक के मुताबिक, नई एनसीईआरटी किताबों के नाम में बदलाव होगा। इस्साक ने कहा कि यह प्रस्ताव कुछ महीने पहले रखा गया था और अब इसे स्वीकार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, एनसीईआरटी पैनल की सिफारिश इस आधार पर आगे बढ़ी है कि क्या देश का नाम बदलकर ‘भारत’ रखा जाएगा। बताया गया है कि इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से आयोजित जी20 डिनर के निमंत्रण को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बजाए ‘भारत के राष्ट्रपति’ रखा गया था। हालांकि इसके बाद राजनीतिक विवाद भी शुरू हुआ था।
NCERT Committee recommends replacing India with 'Bharat' in all school textbooks. pic.twitter.com/prFn1s5wGZ
— ANI (@ANI) October 25, 2023
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जी20 के बाद चर्चा में आया ‘भारत’
परिभाषित किया जाता है कि संविधान के अनुच्छेद 1(1) में हमारे देश का नाम “इंडिया, अर्थात भारत राज्यों का एक संघ है। सितंबर में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम् में जी20 की बैठक के दौरान भी नेमप्लेट पर ‘भारत’ लिखी मेज से अपना संबोधन किया था। सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में पीएम मोदी की ओर से शिखर सम्मेलन में अपना उद्घाटन भाषण देते समय ‘भारत’ प्रदर्शित करने वाला एक प्लेकार्ड दिखाया गया।
पहले भी हुए थे एनसीईआरटी की किताबों में बदलाव
इस बीच एनसीईआरटी समिति ने भी पाठ्यपुस्तकों में ‘हिंदू जीत’ को उजागर करने की सिफारिश की है। इसने पाठ्यपुस्तकों में ‘प्राचीन इतिहास’ के स्थान पर ‘शास्त्रीय इतिहास’ को शामिल करने की भी सिफारिश की है।
इस्साक ने कहा कि इतिहास को अब प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक में विभाजित नहीं किया जाएगा जैसा कि अंग्रेजों ने किया था। बताया गया है कि अंग्रेजों ने भारत को वैज्ञानिक प्रगति और ज्ञान से अनभिज्ञ अंधकार में दिखाया था। समिति ने सभी विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को शामिल करने की भी सिफारिश की है।
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