Narayana Murthy on Politics: इंफोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति ने रिटायर होने के बाद रोजाना अपने पास बेहद महत्वपूर्ण कामों की सूची गिनाई है। मीडिया में दिए एक बयान में उन्होंने बताया कि वह इन दिनों अपने बच्चों और अपने पोते-पोतियों के साथ समय बीताते हैं। उनका कहना था कि वह रोजाना म्यूजिक सुनते हैं और फिजिक्स से लेकर इकोनॉमिक्स की अलग-अलग किताबें पढ़ते हैं। राजनीतिक ज्वाइन करने पर उन्होंने स्पष्ट जवाब दिया कि उनका फिलहाल ऐसा कोई इरादा नहीं है। पूछने पर उन्होंने यह भी कहा कि, ‘मैं अब 78 साल का हो चुका हूं, और मेरा मानना है कि पॉलिटिक्स के लिए अब मैं काफी बूढ़ा हो चुका हूं।
जूनियर सहकर्मियों को आगे बढ़ते हुए देख रहा
इंफोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति ने कहा कि अब रिटायरमेंट के बाद मेरे अलग प्लान हैं। अब मेरा समय अपने बच्चों और उनके बच्चों को बढ़ते हुए देखने और उसे एन्जॉय करने के लिए है। मैं इन दिनों अलग-अलग विषयों पर किताबें पढ़ता हूं। मैं अपने आसपास परिवार और पूर्व में रहे जूनियर सहकर्मियों को आगे बढ़ते हुए देख रहा हूं। जानकारी के अनुसार नारायण मूर्ति ने इंफोसिस की शुरुआत साल 1981 में की थी। वह अगस्त 2011 में कंपनी से रिटायर हुए। इस बीच वह कंपनी में सीईओ और बोर्ड चेयरमैन समेत अन्य कई पद पर रहे। इंफोसिस इंडिया की सबसे बड़ी टेक फर्म में से एक है।
समाज सेवा के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं
टाटा की पहली महिला इंजीनियर और नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति ने भी पूछने पर मीडिया में राजनीति में जानें से इनकार किया है। उन्होंने कहा- मुझे समाज सेवा के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं है। मैं इस तरह ही खुश हूं। उन्होंने बताया कि मैं समाज सेवा के कई विषयों से जुड़ी हूं। यहां बता दें कि साल 2023 में नारायण मूर्ति तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने भारत में युवाओं से सप्ताह में 70 घंटे काम करने की अपील की थी