Mehul Choksi Update: पंजाब नेशनल बैंक में 13000 करोड़ के घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी को बेल्जियम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. बेल्जियम की कोर्ट ऑफ कैसेशन ने भारत में प्रत्यर्पण के खिलाफ मेहुल चौकसी की अपील को खारिज कर दिया है. साथ ही कोर्ट ने निचली अदालत के इस निष्कर्ष की पुष्टि की है कि भारत में प्रत्यर्पण के बाद मेहुल चौकसी को टॉर्चर का सामना नहीं करना पड़ेगा. ऐसे में अब मेहुल के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो गया है.
Preparations to welcome fugitive Mehul Choksi at Mumbai’s Arthur Road Jail. Quite a journey from Belgium to India. pic.twitter.com/pJw3iDU2Ix
---विज्ञापन---— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) October 22, 2025
अपनी दलील साबित नहीं कर पाए चौकसी
कोर्ट ऑफ कैसेशन ने बुधवार को जारी आदेश में एंटवर्प कोर्ट ऑफ अपील के उस मत का समर्थन किया, जिसमें फैसला सुनाया गया था कि कि मेहुल चौकसी भारत में न्याय से वंचित किए जाने या यातना, अमानवीय एवं अपमानजनक व्यवहार के खतरे को साबित करने में विफल रहे हैं. इसलिए कोर्ट ने मेहुल चौकसी की याचिका को खारिज करते हुए उसके भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ कर दिया और मेहुल पर 104 यूरो का जुर्माना भी लगाया, जिसका तुरंत भुगतान करना होगा.
आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा चौकसी को
गौरतलब है कि मेहुल चोकसी को भारत लाने के बाद आर्थर रोड जेल में बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा, जिसकी तस्वीरें और मेहुल को दी जाने वाली सुविधाएं भारतीय एजेंसी ने बेल्जियम पुलिस के साथ शेयर की थीं. 46 वर्ग मीटर एरिया में बनी इस बैरक में 2 बैरक हैं, जिनमें बाथरूम और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं. बेल्जियम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए भारतीय एजेंसी ने मेहुल चौकसी के अधिकारों और स्वास्थ्य की सुरक्षा का पूरा आश्वासन दिया था.
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6400 करोड़ का घोटाला चौकसी ने किया
बता दें कि मेहुल चौकसी भारत में पंजाब नेशनल बैंक में 13000 करोड़ के घोटाले का आरोपी है. CBI की चार्जशीट के अनुसार, 13000 करोड़ में से 6400 करोड़ रुपये की हेराफेरी अकेले मेहुल चौकसी ने की है. गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मेहुल चौकसी के साथ उनका भांजा नीरव मोदी भी मामले में आरोपी है. मामला साल 2018 में सामने आया था और लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए बैंकों को चूना लगाया गया था.
2018 में ही भारत से भाग गया था चौकसी
वहीं घोटाला उजागर होने के बाद मेहुल चौकसी भारत छोड़कर एंटीगुआ और बारबुडा चला गया था, क्योंकि सिटीजनशिप बाय इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम के तहत मेहुल चौकसी साल 2017 में ही वहां की नागरिकता ले चुका था. साल 2021 में मेहुल एंटीगुआ से गायब हो गया और डोमिनिका में पकड़ा गया, जहां उसने किडनैप किए जाने के आरोप लगाए. साल 2025 में मेहुल चौकसी इलाज कराने के बहाने बेल्जियम आ गया और एंटवर्प शहर में रहने लगा.










