Manipur Violence: भाजपा विधायक वुंगजागिन वाल्टे पर गुरुवार को इंफाल में भीड़ ने हमला कर दिया। भाजपा विधायक की हालत गंभीर बताई जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विधायक पर उस वक्त हमला हुआ, जब वे मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से मुलाकात कर राज्य सचिवालय से लौट रहे थे।
वुंगजागिन वाल्टे फिरजावल जिले के थानलॉन से तीन बार के विधायक रहे हैं। हमले के वक्त भाजपा विधायक मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपने सरकारी आवास जा रहे थे। इसी दौरान गुस्साई भीड़ ने विधायक की गाड़ी पर हमला कर दिया। इस दौरान ड्राइवर भी चपेट में आ गया जबकि विधायक के पीएसओ भागने में सफल रहे।
रिम्स में चल रहा है घायल विधायक का इलाज
विधायक की हालत गंभीर बताई जा रही है। इंफाल के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में उनका इलाज चल रहा है। बता दें कि भाजपा विधायक वाल्टे कुकी समुदाय से हैं। वे पिछली भाजपा सरकार में मणिपुर के जनजातीय मामलों और पहाड़ी मंत्री थे।
बता दें कि ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) ने बुधवार को राज्य के दस पहाड़ी जिलों में गैर-आदिवासी मैतेई की मांग के विरोध में एक ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ का आयोजन किया था।
चूड़ाचंदपुर जिले के तोरबुंग क्षेत्र में मार्च के दौरान भीड़ ने कथित तौर पर मैतेई समुदाय के लोगों पर हमला किया, जिसके कारण घाटी के जिलों में जवाबी हमले हुए, जिसने पूरे राज्य में हिंसा को बढ़ा दिया। टोरबंग में तीन घंटे से अधिक समय तक चली आगजनी में कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई।
सीएम सिंह बोले- हिंसा समाज में गलतफहमी का नतीजा है
लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि संपत्ति के नुकसान के अलावा कीमती जान चली गई है, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम ने कहा कि हिंसा समाज में ‘गलतफहमी’ का नतीजा है। पूरे मणिपुर में फैले व्यापक दंगों को रोकने के लिए सेना और असम राइफल्स की तैनाती की गई है।
मणिपुर के राज्यपाल ने गुरुवार को राज्य में बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए “गंभीर मामलों” में देखते ही गोली मारने के आदेश को अपनी मंजूरी दे दी। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के बाद, मणिपुर में अब हिंसा और अफवाह फैलाने के लिए ब्रॉडबैंड सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।