Manipur Riots: दो दिन शांत रहने के बाद मणिपुर में शुक्रवार को फिर हिंसा हुई। खोकेन गांव में एक महिला समेत तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जबकि दो अन्य घायल हुए। इसके बाद मणिपुर में मौतों की संख्या 105 पहुंच गई है। लोगों का कहना है कि हमलावरों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी और उनके जैसी ही गाड़ियों से आए थे। गांव में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
पहन रखी थी सेना की वर्दी
खोकेन गांव कांगपोकपी और इंफाल पश्चिम जिले के बीच की सीमा पर स्थित है। संदिग्ध आतंकवादी और पीड़ित अलग-अलग समुदायों के थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हमलावरों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी और सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली गाड़ियों से मिलते-जुलते वाहन से आए थे। वे शुक्रवार की सुबह खोकेन गांव पहुंचे और ग्रामीणों पर रायफलों से फायरिंग कर दी।
ITLF ने कहा- ये शांति प्रक्रिया का उल्लंघन
स्वदेशी जनजातीय नेताओं के फोरम (ITLF) ने कहा कि इस घटना ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई शांति प्रक्रिया का उल्लंघन किया है। हम अधिकारियों से विद्रोहियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।
आईटीएलएफ ने कहा कि महिला को डोमखोई की एक चर्च के अंदर उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह सुबह की प्रार्थना कर रही थी।
उधर, गांव के लोगों का दावा है कि यदि वे समय पर गांव नहीं पहुंचते तो तमाम लोगों की जान जाती। गांव में उस वक्त महिलाओं और बच्चों की संख्या ज्यादा थी।
यह भी पढ़ें: Manipur Riots: क्या मणिपुर में साजिशन हुए दंगे; CBI ने दर्ज की 6 FIR, DIG रैंक के अफसर की लीडरशिप में बनाई SIT