Ajit Pawar Interaction With Workers: चाचा शरद पवार और भतीजे अजीत पवार के बीच खाई और गहराती जा रही हैं। अजीत पवार को महायुति सरकार में शामिल हुए आज 100 दिन पूरे हुए। इस मौक़े पर मीडिया के सामने न आते हुए अजीत पवार ने ख़ुद को NCP का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताकर अपने कार्यकर्ताओं को एक ख़त लिखकर संबोधित किया और सत्ता में शामिल होने की वजह भी बताई। 2 पन्नों के इस ख़त में भतीजे ने चाचा द्वारा भूतकाल में उठाये गये कदम पर उंगली उठाई है।
अजीत पवार ने शरद पवार पर हमलावर करते हुए कहा कि अजीत पवार ने ख़त के माध्यम से सत्ता में शामिल होने के फ़ैसले का समर्थन करते हुए चाचा शरद पवार की तरफ़ उंगली उठाई। उन्होंने उस वक़्त निभाई गई भूमिका पर सवाल उठाया और कहा कि बड़े नेताओं ने अलग भूमिका निभाई थी। ऐसा कहकर शरद पवार का नाम लिए बग़ैर तत्कालीन पुलोद सरकार पर उंगली उठाई। महाराष्ट्र में शरद पवार ने कांग्रेस से बाहर निकलते हुए विपक्ष को साथ में लेकर महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री पद लिया था।
नहीं आई खत पर कोई प्रतिक्रिया
इसे पुलोद यानी पुरोगामी लोकशाही दल का प्रयोग महाराष्ट्र की राजनीति में कहा जाता हैं। हर काल अलग होता है और हर काल की चुनौतियां भी अलग होती हैं। उन सवालों के जवाब ढूंढने के लिए लोकप्रतिनिधियों को समाज में काम करना पड़ता है। हमें लोगों को कुछ देना पड़ता है। इसलिए लोगों ने मुझपर विश्वास रख कर मुझे उनका प्रतिनिधि जिताकर भेजा है। इस भूमिका पर मेरा और मेरे सभी सहकारियों का विश्वास है।
अजीत पवार ने ख़त में ख़ुद को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया है। वहीं NCP शरद गुट, शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मानता है। NCP की लड़ाई फ़िलहाल केंद्रीय चुनाव आयोग में लड़ी जा रही है। NCP शरद पवार गुट की तरफ़ से फ़िलहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पवार के ख़त पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।