MP Assembly Elections 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के सिवनी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विरोधी दल कांग्रेस की जमकर आलोचना की। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान किए गए काम और अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि बच्चे भूखे न सो जाएं इसके लिए मैं जागता रहता था। कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को हमने गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त राशन देने की योजना चलाई। एमपी में करीब 5 करोड़ हमारे परिवारजन के घरों में ये मुफ्त राशन पहुंचा और उनका चूल्हा नहीं बुझा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि वैसे तो यह योजना दिसंबर में पूरी हो रही है, लेकिन मैं गरीबी के दर्द को महसूस करता हूं। इसलिए दिसंबर में जब योजना पूरी होगी, मेरा निश्चय है कि आने वाले 5 वर्षों के लिए एकबार फिर से हम मुफ्त राशन की गारंटी देंगे। केंद्र सरकार इसपर लाखों करोड़ रुपये खर्च करने वाली है।
#WATCH मध्य प्रदेश: सिवनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमारे मध्य प्रदेश को सुशासन की निरंतरता चाहिए, हमारे मध्य प्रदेश को विकास की निरंतरता चाहिए और इसीलिए मध्य प्रदेश एक स्वर से कह रहा है- भाजपा है तो भरोसा है, भाजपा है तो विकास है…" pic.twitter.com/bAlyvUF5fq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2023
---विज्ञापन---
बीजेपी सरकार में घोटाले नहीं होते-पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि कांग्रेस का हर घोटाला लाखों करोड़ का हुआ करता था। बीजेपी सरकार में घोटाले नहीं होते। हमनें गरीब के हक का जो पैसा बचाया है, वह गरीब के राशन पर खर्च हो रहा है। घोटालेबाज कांग्रेस सरकार और बीजेपी सरकार में यही सबसे बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बीते दशकों में भारत की आजादी का सारा श्रेय सिर्फ एक ही परिवार के नाम कर दिया। कांग्रेस के लिए अपने एक परिवार से बड़ा कोई है ही नहीं।
कांग्रेस के मुंह में आदिवासी शब्द शोभा नहीं देता-पीएम
पीएम ने कहा कि जहां कांग्रेस सरकार में रहती है वहां सरकारी योजनाएं और रास्ते उसी परिवार के नाम कर दी जाती है। यहां तक की एमपी के घोषणापत्र में भी वही परिवार दिखाई देता है। हर गरीब आदिवासी मेरा परिवारजन है। बीजेपी ने आदिवासी समाज के विकास के लिए अलग मंत्रालय और अलग बजट बनाया। आजकल कांग्रेस के एक नेता आदिवासियों के बीच जाकर झूठ फैलाने की फैक्ट्री खोल रहे हैं। कांग्रेस वालों के मुंह में आदिवासी शब्द शोभा नहीं देता है। क्या यह आदिवासी समाज बीजेपी सरकार बनने के बाद आया क्या।