लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने एक बड़ी घोषणा की है। कंपनी ने ऐलान कर दिया है कि 500 करोड़ रुपये के ESG बॉन्ड के जरिए फंड एकत्रित करेगी। लार्सन एंड टुब्रो भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा हाल ही में शुरू किए गए ESG और स्थिरता-लिंक्ड बॉन्ड ढांचे के तहत ऐसा करने वाला पहला भारतीय कॉर्पोरेट कंपनी बन गया है। HSBC इस लेन-देन में एकमात्र प्रमुख संयोजक के रूप में कार्य कर रहा है।
लार्सन एंड टुब्रो की यह घोषणा गुरुवार (5 जून) को घोषित SEBI के विनियामक ढांचे के अनुरूप है, जिसे पारदर्शिता, जवाबदेही और अंतर्राष्ट्रीय ESG मानकों के साथ संरेखण को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। यह ESG परिणामों को मापने के लिए स्पष्ट प्रमुख प्रदर्शन संकेतक (KPI) और लक्ष्य भी अनिवार्य करता है, जो भारत के नेट-जीरो और जलवायु-लचीले विकास एजेंडे का समर्थन करने में महत्वपूर्ण कदम हैं।
ये पहल 2035 तक जल तटस्थता और 2040 तक कार्बन तटस्थता प्राप्त करने के कंपनी के दीर्घकालिक स्थिरता लक्ष्यों के अनुरूप हैं। एलएंडटी के एक वरिष्ठ प्रवक्ता ने बताया कि हम सेबी के नए ईएसजी ढांचे के तहत संधारणीय वित्त में बदलाव का नेतृत्व करने पर गर्व महसूस कर रहे हैं।” वहीं HSBC इंडिया ने कहा कि यह बॉन्ड जारी करना सतत विकास और जिम्मेदार व्यावसायिक प्रथाओं के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। हम सेबी के दिशा-निर्देशों के तहत पहले INR सस्टेनेबिलिटी लिंक्ड बॉन्ड पर L&T के साथ साझेदारी करके खुशी महसूस कर रहे हैं।
Larsen & Toubro (L&T) has announced a Rs 500 crore ESG bond issuance deal, becoming the first Indian corporate to do so under the Securities and Exchange Board of India’s (SEBI) newly introduced ESG and sustainability-linked bond framework. HSBC is acting as the sole lead… pic.twitter.com/ZigoJ2D4zk
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 6, 2025
HSBC इंडिया की तरफ से यह भी कहा कि यह पार्टनरशिप भारत में स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण का समर्थन करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। हम विभिन्न क्षेत्रों में कॉरपोरेट्स के साथ पार्टनरशिप करने के लिए तैयार हैं, जो अपने सस्टेनेबिलिटी लक्ष्यों की ओर बढ़ने की राह तलाश रहे हैं।
लार्सन एंड टुब्रो की उपलब्धियां
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में काम करती है। यह मुख्य रूप से EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, और निर्माण) परियोजनाओं, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग के लिए जानी जाती है।