Kolkata Rape Murder Case Chargesheet: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर अस्पताल में हुए डॉक्टर रेप-मर्डर केस में 87 दिन बाद चार्जशीट दायर हो गई है। सियालदह कोर्ट ने रेप-मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोप भी तय कर दिए हैं। अब इस केस की रोज सुनवाई होगी, जो 11 नवंबर से शुरू होगी। वहीं सोमवार को कोर्ट में पेशी के बाद संजय रॉय ने पहली बार मीडिया से बात की और प्रदेश की ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाए।
संजय रॉय ने कहा कि उसे फंसाया जा रहा है। मुंह न खोलने के लिए कहा जा रहा है। उसने कुछ नहीं किया, वह निर्दोष है। वहीं CBI ने अपनी चार्जशीट में संजय रॉय के खिलाफ मजबूत दलीलें पेश की हैं। सरकार-पुलिस इस केस को जल्द से जल्द निपटाना चाहती है, क्योंकि इस केस के विरोध में डॉक्टरों ने 42 दिन तक विरोध प्रदर्शन किया था और आज तक भी उनका धरना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
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CBI की चार्जशीट में खुलासे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हाईकोर्ट ने केस की जांच सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को सौंप दी थी। CBI ने 87 दिन चली जांच पड़ताल के बाद चार्जशीट तैयार की और कोर्ट में पेश की। इस केस में CBI ने यह दलीलें दी हैं…
- संजय रॉय मुख्य आरोपी है। उसने अकेले ही जघन्य अपराध अंजाम दिया।
- गैंगरेप नहीं रेप केस है। आरोपी का CCTV में दिखना भी अहम सबूत है।
- वारदातस्थल से मिला ईयरफोन भी आरोपी संजय के फोन से कनेक्ट हुआ था।
- मृतका डॉक्टर के सीमन और विरसा से आरोपी के ब्लड सैंपल मैच हो चुके हैं।
- वारदातस्थल से मिले छोटे बाल भी आरोपी के ही हैं, फोरेंसिक जांच में यह साबित हुआ।
- 100 गवाहों के बयान लिए गए। 12 पॉलीग्राफ टेस्ट कराए गए, जिनकी रिपोर्ट चार्जशीट में संलग्न है।
- CCTV फुटेज, फोरेंसिक रिपोर्ट, मोबाइल की कॉल डिटेल, लोकेशन ट्रेसिंग रिपोर्ट भी सबमिट की गई है।
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क्या है मामला?
बता दें कि 9 अगस्त की देररात आरजी कार अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई थी। 10 अगस्त की सुबह उसकी लाश तीसरे फ्लोर पर सेमिनार हॉल में बुरी हालत में मिली थी। पुलिस ने वारदातस्थल से मिले ईयरफोन को ट्रेस करके आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया। भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (बलात्कार), धारा 66 (मौत का कारण बनने) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया। संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट कराया गया।
वहीं इस वीभत्स रेप-मर्डर केस के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। डॉक्टर धरने-हड़ताल पर बैठ गए। पोस्टमार्टम-ऑटोप्सी रिपोर्ट में रेप के बाद हत्या की पुष्टि हुई। वहीं दोनों रिपोर्ट के खुलासों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया, क्योंकि पीड़िता के साथ दरिंदगी की हदें पार हुई थी। बवाल के कारण आरजी कर अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष ने इस्तीफा दिया। मामला हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। अब पूरे देश को पीड़िता को इंसाफ मिलने का इंतजार है।
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