Kirodi Lal Meena Rajasthan Politics: बीजेपी नेता किरोड़ी लाल के इस्तीफे से राजस्थान की राजनीति में हलचल मच गई है। बीते दिन किरोड़ी लाल ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। आज उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। ऐसे में किरोड़ी लाल ने अपने इस्तीफे पर भी चुप्पी तोड़ी है।
10 दिन बाद फिर मिलूंगा
जेपी नड्डा से मुलाकात करके बाहर निकले किरोड़ी लाल ने कहा कि नड्डी जी से क्या बात हुई? इसका जवाब वो नहीं दे सकते हैं। हालांकि वो 10 दिन बाद फिर से नड्डा से मिलने जाएंगे। किरोड़ी लाल का कहना है कि आज नड्डा जी ने बुलाया था। कुछ ऐसी बातें हुई हैं जिन्हें मैं बताना नहीं चाहता। अब 10 दिन बाद नड्डी जी से फिर मुलाकात होनी है।
इस्तीफे की वजह बताई
इस्तीफे की वजह बताते हुए किरोड़ी लाल ने कहा कि मैंने जनता को वचन दिया था कि अगर मैं पूर्वी राजस्थान की सीट हार गया तो इस्तीफा दे दूंगा। मैंने अपना वादा पूरा किया। इस्तीफे की कॉपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास है। उन्होंने मुझे फिर 10 दिन बाद बुलाया है। मेरा कोई गलत इरादा नहीं है। मैंने हमेशा पार्टी की लाइन पर काम किया है। संगठन या मुख्यमंत्री जी से कोई शिकायत नहीं है। सबका बहुत प्यार मिला है। बस जनता के बीच में बोला था इसलिए इस्तीफा देना पड़ा।
“नड्डा जी से मिला, क्या बात हुई वह नहीं बता सकता….10 दिन बाद फिर बुलाया है”
---विज्ञापन---◆ राजस्थान मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी नेता किरोड़ीलाल मीणा ने कहा
Kirodi Lal Meena | #KirodiLalMeena | Rajasthan pic.twitter.com/o0hbgilEuB
— News24 (@news24tvchannel) July 5, 2024
किरोड़ी लाल ने संभाली थी पूर्वी राजस्थान की जिम्मेदारी
बता दें कि राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री रहे किरोड़ी लाल के इस्तीफे की खबरें बीते दिन सामने आईं थी। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किरोड़ी लाल ने 10 दिन पहले ही इस्तीफा सौंप दिया था। दरअसल लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान किरोड़ी लाल को पूर्वी राजस्थान की जिम्मेदारी मिली थी। ऐसे में उन्होंने वादा किया था कि उनके क्षेत्र में आने वाली सभी सीटों पर बीजेपी की जीत होगी। अगर एक भी सीट पर बीजेपी हारी तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। चुनावी नतीजों में बीजेपी किरोड़ी लाल की गृह सीट दौसा से ही चुनाव हार गई थी। इस चुनाव में बीजेपी को राज्य की 25 में से 14 सीटों पर ही जीत मिली थी।
यह भी पढ़ें- Dev Prakash Madhukar: हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी, मनरेगा में करता था काम, फिर बना बाबा का सेवादार