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Wayanad Landslides: 165 तक कैसे पहुंच गया मौतों का आंकड़ा? 10 पॉइंट्स में जानें अब तक के अपडेट्स

Kerala Wayanad Landslides: केरल के मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड की घटना हुई। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रशासन की ओर से लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी गई है। एनडीआरएफ ने कहा है कि भारी बारिश जारी है। लैंडस्लाइड की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Jul 31, 2024 13:25
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केरल में अगले 48 घंटे भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी गई है।
केरल में अगले 48 घंटे भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी गई है।

Kerala Wayanad Landslides: केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड की घटना में मरने वालों की संख्या 165 हो गई है। केरल में अगले 48 घंटे में भारी से भारी बारिश का अलर्ट है। लोगों को चेतावनी दी गई है और सावधान रहने को कहा गया है। 94 शव मेप्पडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखे गए थे। इनमें से 11 की अब तक पहचान नहीं हो पाई है। यहां से 52 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। माना जा रहा है कि 40 से भी ज्यादा लोग नीलांबुर चलियार नदी में बह गए हैं। परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक 211 लोग लापता हैं, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीमें चालियार नदी और जंगल में लोगों की तलाश कर रही हैं।

लैंडस्लाइड में कई सारे घर तबाह हो गए हैं। पेड़ों के गिरने और नदियों-तालाबों के उफान पर होने से राहत और बचाव कार्य में बाधा आ रही है। इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को हाई लेवल मीटिंग करके राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की और आगे के लिए दिशा निर्देश दिए। दूसरी ओर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने बुधवार को वायनाड जाने का अपना प्लान बारिश के अलर्ट के बाद स्थगित कर दिया है। 10 प्वाइंट्स में जानिए वायनाड लैंडस्लाइड की घटना के 10 लेटेस्ट अपडेट –

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1. कोल्लम और त्रिवेंद्रम को छोड़कर बुधवार को केरल के 12 जिलों में भारी बारिश की आशंका के चलते स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ियों में छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है। केरल में भारी बारिश जारी है, नदियों और बांधों में जल स्तर बढ़ रहा है। केएसईबी से बांधों के क्षमता से ज्यादा भरने की सूचना मिली है। इडुक्की में जलस्तर 52.81 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जिससे चिंता बढ़ गई है। वायनाड के बाणासुर सागर बांध में जलस्तर 83.26 फीसदी बढ़ा है।

2. राहत और बचाव कार्य एजेंसियों ने मंगलवार को लगातार 20 घंटे बचाव और राहत कार्य चलाया था। वहीं सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके चुरालमला में फिर से बचाव कार्य शुरू हो गया है। सेना और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुट गई हैं।

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3. मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने तिरूवनंतपुरम् में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड की घटना हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि शवों के अलावा मलबे में काफी संख्या में मानव अंग भी मिले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरने वालों में बच्चे भी शामिल हैं। इसमें कई सारे नवजात हैं, जिन्होंने इस आपदा में अपनी जान गंवाई है। उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी बहुत सारे लोगों को बहा ले गया। वायनाड के पड़ोसी मालप्पुरम् जिले के पोथकल्लू में चालियार नदी से 16 शव मिले हैं। शवों के साथ मानव अंग भी मिले हैं।

4. विजयन ने कहा कि यह केरल में घटित सबसे भयंकर आपदाओं में से एक है। 3 हजार से ज्यादा लोगों को 45 कैंपों में शिफ्ट किया गया है।

5. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी बहुत सारे लोग धरती के नीचे फंसे हुए हैं या बाढ़ का पानी उन्हें बहा ले गया है। उन्हें बचाने और राहत पहुंचाने का काम जारी रहेगा। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

6. आर्मी, नेवी और एनडीआरएफ ने राहत कार्य में मोर्चा संभाल लिया है। केरल सरकार की ओर से मांग किए जाने के बाद कन्नूर के एझिमाला नेवल एकेडमी की नेवी रिवर क्रॉसिंग टीम को भी राहत और बचाव में लगने को कहा गया है।

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7. इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने वायनाड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अपने अलर्ट में कहा कि क्षेत्र में भारी से भारी बारिश हो सकती है।

8. मौसम विभाग ने जहां 8 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं पथनमथिट्टा, अलापुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

9. एनडीआरएफ के कमांडर अखिलेश कुमार ने कहा कि मुंडकई गांव से हमने घायलों को सुरक्षित जगह पहुंचाया है। आशंका है कि लोग क्षतिग्रस्त घरों में फंसे हो सकते हैं। मंगलवार की रात तक हमने 70 लोगों को सुरक्षित निकाला है। बाद में खराब मौसम और बारिश की वजह से राहत कार्य को रोकना पड़ा है। लोगों को कैंपों में ठहराया गया है एनडीआरएफ के कमांडर ने कहा कि बारिश का क्रम लगातार जारी है। आने वाले दिनों में भी लैंडस्लाइड की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

10. वहीं आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के साथ टेरिटोरियल आर्मी की 122 इंफैन्ट्री बटालियन के जवान भी राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। ये जवान वायनाड के मेप्पडी के प्रभावित इलाकों में राहत कार्य में लगे हुए हैं।

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News24 हिंदी

First published on: Jul 31, 2024 06:44 AM

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