---विज्ञापन---

ये हैं वे 3 जवान, जो अनंतनाग में शहीद हुए; किसी की 2 साल की बेटी, किसी के पिता रिटायर्ड IG

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में 3 जवान शहीद हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली हैं। बुधवार सुबह अनंतनाग जिले के गारोल इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के 3 जवान मारे गए। इनके नाम कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और पुलिस उपाधीक्षक […]

Edited By : Khushbu Goyal | Updated: Sep 14, 2023 11:06
Share :
Martyr Soldiers
Martyr Soldiers

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में 3 जवान शहीद हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली हैं। बुधवार सुबह अनंतनाग जिले के गारोल इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के 3 जवान मारे गए। इनके नाम कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट हैं। इलाज के दौरान तीनों की मौत हुई। इनमें 2 सेना के अधिकारी हैं और एक पुलिस अधिकारी हैं। जानिए इन तीनों के बारे में सब कुछ…

यह भी पढ़ें: नासा ने जारी की स्पेसक्राफ्ट से खींची गई धरती की तस्वीर; जन्नत से भी ज्यादा खूबसूरत, देखते रह जाएंगे

---विज्ञापन---

कर्नल मनप्रीत सिंह

19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे। उन्हें एक बार प्रतिष्ठित सेना मेडल से नवाजा गया था। मनप्रीत पंजाब के मोहाली जिले से सटे न्यू चंडीगढ़ के गांव भरौंजियन के रहने वाले थे। उनके परिवार में मां, पत्नी जगमीत ग्रेवाल और 7 साल का बेटा और 2 साल की बेटी है। शहीद मनप्रीत की ससुराल सेक्टर-26 पंचकूला में है। पिता स्वर्गीय लखबीर सिंह भी आर्मी में सैनिक थे। कर्नल मनप्रीत सिंह कुछ समय पहले ही लेफ्टिनेंट कर्नल से कर्नल बने थे। उनके 2 भाई और एक बहन है।

यह भी पढ़ें: Jawan का जुड़वां भाई Haiwan; चौक-चौराहों पर लगे कमलनाथ के पोस्टर, QR कोड से खुलती है ये फाइल

---विज्ञापन---

मेजर आशीष धोनैक

19 राष्ट्रीय राइफल्स के कंपनी कमांडर थे। 34 साल के आशीष मां-बाप के इकलौते बेटे थे और 3 बहनों के इकलौते भाई थे। आशीष हरियाणा के पानीपत जिले के बिंझोल गांव के रहने वाले थे। वह 6 महीने पहले घर गए थे। उनके परिवार में मां-बाप, पत्नी ज्योति और 4 साल की बेटी है। 2 साल पहले जम्मू में पोस्टिंग हुई थी। 13 अक्टूबर को आशीष को पानीपत आना था। सेक्टर-7 में बन रहे मकान में गृह प्रवेश करना था। चाचा का बेटा विकास भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट है।

यह भी पढ़ें: Hindi Diwas 2023: 14 सितंबर को क्यों मनाते हैं हिन्दी दिवस? जानें पूरा इतिहास

DSP हुमायूं भट्ट

जम्मू कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे। इनके पिता गुलाम हसन भट्ट जम्मू पुलिस विभाग से रिटायर्ड IG हैं। अनंतनाग में आतंकी हमले में घायल हुए हुमायूं की खून अधिक बहने के कारण मौत हुई। उनकी पिछले साल ही शादी हुई थी और उनका 2 महीने का बेटा भी है। जवान का परिवार मूलरूप से पुलवामा जिले के त्राल का रहने वाला था, लेकिन अब परिवार श्रीनगर हवाई अड्डे के पास हुमहामा में VIP कॉलोनी में रहता है।

HISTORY

Written By

Khushbu Goyal

First published on: Sep 14, 2023 11:02 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें