Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में चार सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान पूरा हो गया. जिसके बाद हुई मतगणना में चार सीटों में से 3 सीटों पर NC के रमजान, शम्मी और सज्जाद ने जीत दर्ज की है. वहीं एक सीट पर बीजेपी खाते में एक सीट आई है. यहां बीजेपी के प्रत्याशी सत शर्मा ने जीत दर्ज की है. शाम 4 बजे तक वोट डालने का समय निर्धारित किया गया था. जिसके बाद शाम 5 बजे से वोटिंग की गिनती शुरू हो गई थी. इस मतदान में 86 विधायकों ने अपने वोट का प्रयोग किया था. 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद यहां यह पहला राज्यसभा चुनाव है.
86 विधायकों ने डाले थे अपने वोट
जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा की सीटों पर हुए मतदान में 86 विधायकों ने अपने वोट डाले. वोटिंग पूरी होने के बाद मतगणना भी शुरू हो गई है. 4 राज्य सभा सीटों में से 3 सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने जीत दर्ज की है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रत्याशी चौधरी मोहम्मद रमजान, शम्मी ओबराय और सज्जाद किचलू ने जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा की सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं 4 सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी सत शर्मा जीते हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस की बैकिंग ने एनसी को मजबूत वोट बैंक दिया. जिसके कारण एनसी के लिए यह जीत आसान हो गई. वहीं बीजेपी ने कम विधायक होने के बाद भी एक सीट पर जीत दर्ज कर ली है. बीजेपी के सत शर्मा को 32 वोट मिले हैं. राज्य सभा की पहली सीट पर चौधरी मोहम्मद रजवान ने 58 वोट लेकर भाजपा के अली मोहम्मद मीर को हराया. एक वोट अमान्य पड़ा. वहीं दूसरी सीट पर सजाद किचलू ने भी मजबूत लीड में जीत दर्ज की. एनसी के पास विधानसभा में 52 सीटें हैं, कांग्रेस की 6, पीडीपी की 3 और निर्दलीयों की 7 सीटें हैं. कुल 68 वोट गठबंधन के पास थे, जिससे दो सीटें तो तय थीं. पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सजाद लोन ने वोटिंग से परहेज किया, जिससे कुल वोट 87 रह गए.

फिक्स मैच था- सज्जाद लोन
वहीं चुनावी नतीजों के बाद पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘तो भाजपा चौथी सीट जीत गई. जैसी कि भविष्यवाणी की गई थी, फिक्स मैच. बुराई की धुरी. नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा. शुक्र है कि मैंने मतदान नहीं किया. सोचिए मेरी क्या हालत होती. अब गणितीय रूप से सिद्ध हो गया है. कि यह एक फिक्स मैच था. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उम्मीदवार 3 के लिए अतिरिक्त वोट क्यों डाले? उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं थी. उन्होंने उम्मीदवार 3 के लिए 31 वोट डाले. केवल 29 वोट ही काफी होते. यहाँ तक कि 28 भी. क्योंकि भाजपा सीट 4 के लिए लड़ रही थी. किसने क्रॉस वोट किया. किसके वोट खारिज हुए और किसकी मिलीभगत थी’.










