दिलीप दुबे, बगहा
Jagadguru Rambhadracharya on Nitish Kumar Statement: बगहा के रामनगर में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अपने रामकथा वाचन के अंतिम दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने सीएम द्वारा सदन में दिए गए बयान पर कहा कि जिस समय सीएम नीतीश ने कामशास्त्र की विवेचना की, उसी समय उनकी जीभ क्यों नहीं काट ली गई।
तेजस्वी के भी साइंस ज्ञान को भी उन्होंने आड़े हाथों लिया। पश्चिमी चंपारण के रामनगर में जगद्गुरु रामभद्राचार्य के कथा वाचन का समापन हो रहा है। इसके अंतिम दिन जगद्गुरु ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन में दिए गए बयान को अशिष्टता करार देते हुए जमकर कोसा।
उन्होंने कहा- सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने की जगह नहीं है। बिहार के इस मुख्यमंत्री को क्या हो गया है, मुझे समझ नहीं आ रहा है। उन्होंने सीएम द्वारा दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जब वह बयान दे रहे थे तो उसी क्षण उनकी जीभ क्यों नहीं काट ली गई।
रामायण काल में रावण या किसी अन्य ने भी ऐसा अशिष्ट बयान नहीं दिया था। राज्यपाल को तत्काल CM को बर्खास्त कर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। उन्होंने लालू यादव की तारीफ करते हुए कहा कि लालू यादव ने भी अपने राजनीति काल में कभी ऐसा बयान नहीं दिया।
#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar uses derogatory language to explain the role of education and the role of women in population control pic.twitter.com/4Dx3Ode1sl
— ANI (@ANI) November 7, 2023
पशु भी जानता है कि यह क्या होता है। कुत्ता भी इतना अशिष्ट नहीं होता। तेजस्वी द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बचाव करने पर भी जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने ‘साइंस में इसकी शिक्षा दी जाती है’ कहकर CM का बचाव किया तो क्या सदन कामशास्त्र के व्याख्या करने की जगह है या नीति निर्धारण करने की जगह। बता दें कि बुधवार को नीतीश कुमार ने अपने बयान पर माफी मांग ली। उन्होंने कहा- ‘अगर मेरी कोई बात कहना गलत था, तो मैं माफी मांगता हूं।’
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