राजनीति अब सिर्फ सेवा का माध्यम नहीं रही, बल्कि यह अपार संपत्ति अर्जित करने का जरिया भी बन गई है। देश में करोड़ों लोग दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कुछ विधायकों की संपत्ति हजारों करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। हाल ही में जारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार, देश के सबसे अमीर विधायक के पास हजारों करोड़ की संपत्ति है, जबकि सबसे गरीब विधायक की कुल संपत्ति कुछ हजार रुपये तक ही सीमित है। ये आंकड़े राजनीति में बढ़ती आर्थिक असमानता को उजागर करते हैं और इस पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
भारत के सबसे अमीर विधायक और सबसे गरीब विधायक कौन
भारत के विधायकों की संपत्ति को लेकर जारी एक रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के घाटकोपर ईस्ट से बीजेपी विधायक पराग शाह भारत के सबसे अमीर विधायक हैं, जिनकी कुल संपत्ति लगभग 3,400 करोड़ रुपये है। उनके बाद कांग्रेस के डीके शिवकुमार का स्थान है, जो कर्नाटक के कनकपुरा से विधायक हैं और उनकी संपत्ति 1,413 करोड़ रुपये से अधिक है। वहीं, देश के सबसे गरीब विधायक पश्चिम बंगाल के इंदस से बीजेपी विधायक निर्मल कुमार धारा हैं, जिनकी कुल संपत्ति महज 1,700 रुपये है।
देश के टॉप अमीर विधायकों की लिस्ट में कई बड़े नाम शामिल
रिपोर्ट के अनुसार, देश में 4,092 विधायकों की संपत्ति का विश्लेषण किया गया है। इसमें 28 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के विधायक शामिल हैं। इस रिपोर्ट में 24 विधायकों को शामिल नहीं किया गया क्योंकि उनके शपथपत्र पढ़ने योग्य नहीं थे, जबकि सात विधानसभा सीटें खाली थीं। सबसे अमीर विधायकों में कई प्रमुख नाम शामिल हैं, जिनमें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (931 करोड़ रुपये), पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (757 करोड़ रुपये) और कर्नाटक के निर्दलीय विधायक केएच पुट्टास्वामी गौड़ा (1,267 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
सबसे ज्यादा संपत्ति वाले राज्यों में कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश आगे
देश में जिन राज्यों के विधायकों के पास सबसे ज्यादा संपत्ति है, उनमें कर्नाटक सबसे आगे है। कर्नाटक के 223 विधायकों के पास कुल 14,179 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जबकि महाराष्ट्र के 286 विधायकों के पास 12,424 करोड़ रुपये की संपत्ति है। आंध्र प्रदेश के 174 विधायकों की कुल संपत्ति 11,323 करोड़ रुपये आंकी गई है। वहीं, जिन राज्यों के विधायकों के पास सबसे कम संपत्ति है, उनमें त्रिपुरा (90 करोड़ रुपये), मणिपुर (222 करोड़ रुपये) और पुडुचेरी (297 करोड़ रुपये) शामिल हैं। औसत संपत्ति के हिसाब से आंध्र प्रदेश (65.07 करोड़ रुपये प्रति विधायक), कर्नाटक (63.58 करोड़ रुपये) और महाराष्ट्र (43.44 करोड़ रुपये) शीर्ष पर हैं, जबकि त्रिपुरा (1.51 करोड़ रुपये), पश्चिम बंगाल (2.80 करोड़ रुपये) और केरल (3.13 करोड़ रुपये) के विधायक सबसे कम संपत्ति वाले हैं।
बीजेपी के विधायकों की कुल संपत्ति सबसे ज्यादा
राजनीतिक दलों के आधार पर देखा जाए तो, BJP के 1,653 विधायकों के पास कुल 26,270 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो सिक्किम, नागालैंड और मेघालय के कुल वार्षिक बजट से भी अधिक है। कांग्रेस के 646 विधायकों की संपत्ति 17,357 करोड़ रुपये है, जबकि तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के 134 विधायकों के पास 9,108 करोड़ रुपये की संपत्ति है। शिवसेना के 59 विधायकों की कुल संपत्ति 1,758 करोड़ रुपये और आम आदमी पार्टी (AAP) के 123 विधायकों के पास औसतन 7.33 करोड़ रुपये की संपत्ति है। कुल मिलाकर, देश के 4,092 विधायकों के पास 73,348 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो नगालैंड, त्रिपुरा और मेघालय के वार्षिक बजट को भी पार कर जाती है।